रिपोर्ट रामबाबू
Lucknow news today/ उत्तर प्रदेश में अपनी उपस्थिति को और मजबूत करने के इरादे से, श्रीराम ग्रुप की प्रमुख कंपनी और भारत की सबसे बड़ी एनबीएफसी में से एक, श्रीराम फाइनेंस लिमिटेड ने आज अपनी ‘फोकस यूपी’ रणनीति की घोषणा की — जो उत्तर प्रदेश के तेजी से बढ़ते बाजार में अपनी पहुंच को विस्तार देने की एक व्यापक योजना है।
‘फोकस यूपी’ रणनीति के चार प्रमुख स्तंभ:
व्यक्तिगत आवागमन को बढ़ावा देने और स्वरोजगार के अवसरों को बढ़ाने के लिए किफायती दोपहिया ऋण ।
छोटे और सूक्ष्म उद्यमों को समर्थन देने के लिए एमएसएमई ऋण में बढ़ोतरी।
सुरक्षित क्रेडिट सुविधा उपलब्ध कराने के लिए गोल्ड लोन की पेशकश में विस्तार।
नए और पुराने दोनों तरह के कमर्शियल वाहनों के लिए आसानी से उपलब्ध कमर्शियल वाहन लोन।
त्योहारी सीज़न की पेशकश: श्रीराम आउस्टैंडिंग नेटवर्क डील्स (SOND)
श्रीराम फाइनेंस ने व्यक्तिगत गतिशीलता को और अधिक सुलभ बनाने के लिए विशेष दोपहिया ऋण योजनाएं शुरू की हैं:
ट्रिपल ज़ीरो स्कीम: कोई प्रोसेसिंग शुल्क नहीं, कोई दस्तावेज़ शुल्क नहीं, और ज़ीरो अग्रिम ईएमआई
लो ईएमआई स्कीम: मासिक किस्तें ₹1,999 से शुरू
100% एलटीवी स्कीम: ऑन-रोड कीमत का 100% तक ऋण
कम ब्याज दर स्कीम: 7.99% प्रति वर्ष से शुरू
निल पीएफ स्कीम: शुन्य प्रोसेसिंग और दस्तावेज़ शुल्क
लचीली अवधि: 60 महीनों तक की पुनर्भुगतान विकल्प
जी. एम. जिलानी, संयुक्त प्रबंध निदेशक, श्रीराम फाइनेंस लिमिटेड ने कहा, “उत्तर प्रदेश हमारे लिए एक महत्वपूर्ण बाजार है। FY26 की पहली तिमाही में हमारे सभी लेंडिंग सेगमेंट में हुई मजबूत वृद्धि – खासकर कमर्शियल वाहन और दो-पहिया वाहन लोन में – से पता चलता है कि क्रेडिट की उत्तर प्रदेश में मांग और आर्थिक गतिविधियाँ बढ़ रही हैं। गोल्ड लोन में तीन गुना वृद्धि से पता चलता है कि हमारे ब्रांच नेटवर्क के माध्यम से सुरक्षित क्रेडिट पर ग्राहकों का भरोसा बढ़ रहा है।”
वित्तीय समावेशन के प्रति प्रतिबद्धता
‘फोकस यूपी’ रणनीति, श्रीराम फाइनेंस की वित्तीय समावेशन, पहुंच और समुदाय को सशक्त बनाने की प्रतिबद्धता को और मजबूत करती है; खासकर उन क्षेत्रों में जहां बैंकिंग सुविधाएं कम हैं या सेवाएं नहीं पहुंच पातीं।

