रिपोर्ट बबलू सेंगर

Jalaun news today । जालौन क्षेत्र में शनिवार की रात हुई झमाझम बारिश ने नगर पालिका परिषद की सफाई व्यवस्था की पोल खोल दी। नगर के विभिन्न वार्ड में नियमित रूप से नालियों की सफाई न होने के चलते सड़कों पर गंदा पानी बहने लगा, जिससे स्थानीय लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा। नगरवासी अब खुद ही सड़कों की सफाई करने को मजबूर हो गए हैं, जिससे जनमानस में पालिका प्रशासन के प्रति रोष व्याप्त है।
नगर में सफाई व्यवस्था की बड़ी समस्या यह है कि नगर पालिका परिषद में सफाई निरीक्षक का पद खाली पड़ा है ऐसे में सफाई व्यवस्था की कमान आरआई के हाथ में है। आरोप है कि ऐसे में सफाई व्यवस्था जैसे अहम कार्य में लापरवाही हो रही है। नगर के अधिकांश नाले व नालियां सिल्ट से भरे पड़े हैं, जिससे जल निकासी बाधित हो रही है। शनिवार रात हुई तेज बारिश के बाद वार्ड एक के मोहल्ला दलालनपुरा चिमनदुबे में मुवीन के घर के पास नालियों में जमा सिल्ट के कारण पानी की निकासी नहीं हो सकी और गंदा पानी सड़कों पर बहने लगा। इसी प्रकार वार्ड सात के तकिया चौराहे से सभासद रोशनी के मकान तक का इलाका भी जलभराव की चपेट में आ गया। सड़कों पर फैले गंदे पानी ने लोगों का निकलना मुश्किल कर दिया। रविवार की सुबह मोहल्ले के लोगों को स्वयं ही झाड़ू व फावड़े लेकर सड़कों की सफाई करनी पड़ी। स्थानीय निवासियों में मुवीन अनिल, वीरेंद्र, मुकेश, माजिद, महेश प्रजापति, अशफाक, अफरोज आदि ने कहा कि नालियों की सफाई केवल दिखावे के लिए की जाती है। सफाई कर्मचारी केवल ऊपर-ऊपर कीचड़ हटाते हैं, जबकि अंदर जमा सिल्ट जस की तस बनी रहती है। इससे पानी का जमाव बना रहता है, जिससे बदबू, गंदगी और मच्छरों का प्रकोप बढ़ता जा रहा है। एक ओर जहां सरकार संचारी रोगों की रोकथाम के लिए जागरूकता अभियान चला रही है, लोगों को स्वच्छता का संदेश दिया जा रहा है, वहीं दूसरी ओर नगर में सफाई की हालत पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। नगरवासियों ने सफाई निरीक्षक की नियुक्ति किए जाने और वार्डवार नालियों की पूर्ण सफाई कराने की मांग की है ताकि भविष्य में इस तरह की समस्याओं से बचा जा सके।
