(रिपोर्ट – बबलू सेंगर)
Jalaun news today । राम जन्मभूमि न्यास ट्रस्ट के मुख्य ट्रस्टी युगपुरुष महामंडलेश्वर स्वामी परमानंदजी गिरी महाराज ने संपूर्ण देशवासियों से आगामी 22 जनवरी को प्रभु श्रीराम की प्राण प्रतिष्ठा समारोह को दीपावली की तरह मनाने का संदेश दिया है। स्थानीय स्वामी विवेकानंद इंटर कॉलेज प्रांगण में श्रीमद् भागवत कथा आयोजन में नगर प्रवास पर आए स्वामीजी स्थानीय अखंड परमधाम आश्रम में पत्रकारों से वार्ता कर रहे थे।
स्वामी परमानंदजी महाराज ने कहा कि जनमानस की जागरूकता से आज यह समय आया है। पूर्व में तुष्टीकरण में लगी सरकारें कारसेवकों पर गोली चलाती थीं। आज हिंदू जागरुक हुआ है उसी जागरूकता के परिणामस्वरुप हिन्दू समाज के अनुकूल सरकारें आई हैं और सभी बाधाएं दूर हुई, भव्य राम मंदिर निर्माण का मार्ग प्रशस्त हुआ। कहा कि वर्तमान युग रामराज्य का ही है। राम का इतिहास जनकल्याण का है। भगवान परशुराम ने भी प्रभु श्रीराम की वंदना की है। सनातन धर्म के प्रश्न पर स्वामी परमानंदजी ने कहा कि सनातन धर्म विश्व कल्याण के लिए है, सनातन कभी भी दूसरों का बुरा नहीं सोचता है। श्रीमद् भागवत की महिमा का भी उन्होंने वर्णन करते हुए कहा कि मनुष्य का जन्म दो प्रकार से होता है, एक मां के गर्भ से, दूसरा शास्त्रों द्वारा प्रदत्त संस्कारों से। इस दौरान कथा व्यास महामंडलेश्वर स्वामी ज्योतिर्मयानंदजी ने कहा कि राम के बिना हमारा जीवन अस्तित्वहीन है। उन्होंने देश के युवाओं से आगे बढ़कर हिंदू समाज को संगठित करने के लिए समर्पण की अपील की। उन्होंने संपूर्ण हिंदू समाज से कहा कि आपके वोट की ताकत से ही आज भव्य राम मंदिर निर्माण हो रहा है। आगे मथुरा और फिर काशी विश्वनाथ भी विवाद रहित होगा। हिंदू जागरूक रहा तो भविष्य में आगरा का ताजमहल भी तेजोमहालय के रूप में हिंदू समाज को प्राप्त होगा। उन्होंने संपूर्ण हिंदू समाज से 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा के दिन अपने घरों के पास स्थित मंदिरों में पूजा अर्चना करने व घरों में दीपावली की तरह दीप प्रज्ज्वलन कर भगवान की स्तुति करने की अपील की। उन्होंने कहा कि यह पीढ़ी सौभाग्यशाली है कि भगवान राम के मंदिर निर्माण के साक्षी बन पा रहे हैं। इस अवसर पर आश्रम संचालक स्वामी दयानंदजी गिरी महाराज, महामंडलेश्वर साध्वी दिव्य चेतना, डॉ धर्मेंद्र मिश्रा, शिवराज निरंजन, प्रधानाचार्य देवेंद्र तिवारी, पवन अग्रवाल एडवोकेट, मोहन निरंजन आदि मौजूद रहे।