(रिपोर्ट ; बबलू सेंगर)
Jalaun news today । पूर्व केंद्रीय खाद्य एवं रसद मंत्री द्वारा समस्त दिव्यांगों के लिए प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के अंतर्गत अत्योदय राशन कार्ड बनवाए जाने की घोषणा की गई थी। इसके बावजूद नगर क्षेत्र में इस योजना के अंतर्गत दिव्यांगों का सर्वे नहीं कराया गया, जिससे उन्हें उक्त योजना का लाभ नहीं मिल रहा है। समाजसेवी ने मुख्यमंत्री को पत्र भेजकर नगर में सर्वे कराकर दिव्यांगों को उक्त योजना का लाभ दिलाने की मांग की है।
समाजसेवी देवीदयाल वर्मा ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को शिकायती पत्र भेजकर लिखा कि पूर्व केंद्रीय खाद्य एवं रसद मंत्री ने संपूर्ण भारत के प्रांतों में निवासरत दिव्यांगों को सर्वे कराकर प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के अंतर्गत अंत्योदय राशन कार्ड प्रदान कराने की घोषणा की थी। यदि दिव्यांगों को उक्त योजना का लाभ मिलता है तोे उन्हें काफी सहूलियत होगी। केंद्रीय मंत्री के निर्देश के बाद एक वर्ष से अधिक समय बीत चुका है लेकिन अभी तक तहसील व नगर क्षेत्र में दिव्यांगों का सर्वे नहीं कराया गया है। जिससे काफी संख्या में दिव्यांगों को उक्त योजना का लाभ नहीं मिल रहा है। कई दिव्यांग ऐसे भी हैं जिनका पूर्व में पात्र गृहस्थी का राशन कार्ड बना है। उनका अंत्योदय राशन कार्ड नहीं बन सका है। उन्होंने मुख्यमंत्री से मांग करते हुए कहा कि उक्त योजना के अंतर्गत दिव्यांगों का सर्वे कराया जाए और जिन दिव्यांगों के राशन कार्ड नहीं बने हैं उनके अंत्योदय राशन कार्ड बनवाए जाएं एवं जिन दिव्यांगजनों के पूर्व से ही पात्र गृहस्थी के राशन कार्ड बने हैं उनके भी राशन कार्डों को परिवर्तित कर अंत्योदय कार्ड बनाए जाएं।
मुकद्दमा वापस लेने का विपक्षी पर दबाव बनाने का आरोप
जालौन। पूर्व प्रधान पर मुकदमे को वापस लेने का दबाव बनाते हुए विपक्षी गाली, गलौज कर धमकी दे रहे हैं। पीड़ित पूर्व प्रधान ने मामले की तहरीर कोतवाली में दी। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
कोतवाली क्षेत्र के ग्राम सारंगपुर के पूर्व प्रधान जसवंत सिंह ने पुलिस को बताया कि उनके गांव के ही शिवकुमार व उनके साथी लगातार उनके परिवार को परेशान करते हैं। पूर्व में उन्होंने इसकी रिपोर्ट कोतवाली में दर्ज कराई थी। रिपोर्ट करने से वह लोग और नाराज हो गए और लगातार उन्हें परेशान कर रहे हैं। पीड़ित पूर्व प्रधान का आरोप है कि रात करीब नौ बजे शिवकुमार व उनके दो साथी उनके घर आ गए और गाली, गलौज करते हुए मुकदमे को वापस लेने का दबाव बनाने लगे। जब उन्होंने ऐसा करने से इंकार किया तो उन सभी ने गाली, गलौज शुरू कर दी। मना करने पर और लोगों को आता देख वह मुकदमा वापस न लेने पर जान से मारने की धमकी देकर वहां से भाग गए। पीड़ित प्रधान की तहरीर पर पुलिस मामले की जांच कर रही है।