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अस्पताल संचालक पर युवक ने लगाया ये आरोप,,पत्नी को प्रसव पीड़ा में इलाज कराने पहुंचा था युवक

Jalaun news today । महिला को प्रसव पीड़ा होने पर परिजनों ने उसे उरई में प्राइवेट अस्तपाल में भर्ती करा दिया। पति ने अस्पताल संचालक पर अयोग्य डॉक्टरों से इलाज और ऑपरेशन करने से युवती की हालत बिगड़ने पर और हालत गंभीर होने पर झांसी के लिए रेफर करने का आरोप लगाते हुए डीएम को शिकायती पत्र दिया है। पीड़ित ने आरोपी अस्पताल संचालक के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराकर कड़ी कानूनी कार्रवाई किए जाने की मांग डीएम से की है।
हमारे स्थानीय सहयोगी से मिली जानकारी के अनुसार कोतवाली क्षेत्र के मोहल्ला चिमनदुबे निवासी शोएब सिद्दीकी पुत्र अब्दुल अहद ने डीएम राजेश पांडेय को शिकायती पत्र देकर बताया कि बीती सात जुलाई को उसकी पत्नी अजरा सिद्दीकी को प्रसव पीड़ा हो रही है। जिसके लिए वह पत्नी को उरई स्थित एक प्राइवेट हॉस्पिटल में लेकर गए। अस्पताल पहुचंने पर एक व्यक्ति ने स्वयं को अस्पताल का संचालक और डॉक्टर बताते हुए कहा कि वह उसकी पत्नी की डिलीवरी करा देंगे। विश्वास में आकर उसने पत्नी को अस्पताल में भर्ती करा दिया। डिलीवरी के दौरान उक्त डॉक्टर ने कहा कि नॉर्मल डिलीवरी नहीं होगी ऑपरेशन करना पड़ेगा। जिसके लिए बाहर से प्रशिक्षित डॉक्टर को मंगवाएंगे। तगड़ी फीस लेने के बाद भी जब उन्होंने जानकारी की तो पता लगा किसी प्रशिक्षत डॉक्टर को नहीं बुलाया गया बल्कि स्वयं को डॉक्टर बताने वाले उक्त व्यक्ति ने ही ऑपरेशन कर दिया जिसके पास कोई डिग्री भी नहीं है। ऑपरेशन के बाद उनकी पत्नी को पुत्री हुई लेकिन पत्नी की हालत बिगड़ने लगी। लगभग 24 घंटे तक उन्होंने पत्नी को अस्पताल में रखा लेकिन इस दौरान पत्नी को असहनीय दर्द होता रहा। 24 घंटे बाद उन्होंने कहा कि केस बिगड़ गया है उसे बाहर ले जाओ। आनन फानन में पुत्री की जान बचाने के लिए वह तत्काल उसे झांसी ले गए। कई जांचों के बाद डॉक्टर ने बताया कि ऑपरेशन सही नहीं हुआ है। जिसके चलते पत्नी की बच्चेदानी खराब हो गई है। उसका दोबारा से ऑपरेशन किया गया। तब कहीं जाकर उसकी जान बच सकी। पीड़ित पति ने इलाज में लापरवाही करने वाले डॉक्टर के खिलाफ कार्रवाई कर रिपोर्ट दर्ज कराने एवं बिना प्रशिक्षित डॉक्टरों के चल रहे अस्पताल को बंद कराने की मांग डीएम से की है।

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