(रिपोर्ट – बबलू सेंगर)

Jalaun news today । जालौन नगर में हरी मटर के व्यापार में बड़ी पैकिंग परेशानी का सबब बनी हुई है और व्यापार में घाटा हो रहा है। मटर व्यापारियों ने एसडीएम को ज्ञापन सौंपकर हरी मटर की पैकिंग 40 से 50 किग्रा में कराने की मांग की है।
बुधवार को मटर व्यापारी हाजी रसूल राई, सोहराब राईन, अब्दुल हकीम, मोहम्मद सुलेमान, अशफाक राईन, मोहम्मद सईद, रविंद्र कुमार, जीतेंद्र कुमार, पंकज गुप्ता, छत्रपाल सिंह, नीशू गुर्जर, नरेंद्र द्विवेदी आदि ने एसडीएम सुरेश कुमार को ज्ञापन सौंपकर बताया कि हरी मटर का व्यापार नगर से पूरे देश में किया जाता है। देश के विभिन्न भागों की मंडियों में सब्जी आदि की पैकिंग 40 से 50 किग्रा की जाती है। जबकि जनपद में हरी मटर की पैकिंग 80 से 90 किग्रा की जा रही है। बाहर की मंडियों में बड़ी पैकिंग की खरीद न होने के कारण व्यापारियों को अपनी मटर फैक्ट्री में कम कीमत में बेचनी पड़ती है। कम कीमत में बेचने के कारण मटर व्यापारियों को घाटा होता है। अगर हरी मटर की पैकिंग 40 से 50 किग्रा में होने लगे तो मटर व्यापारियों को हरी मटर देश की अन्य मंडियों में बेचने का मौका मिल जाएगा, जिससे उनकी आय भी बढ़ेगी। इसके अलावा पल्लेदारों को भी 80 से 90 किग्रा की भारी बोरी उठाने में दिक्कत होती है। ऐसे में छोटी पैकिंग होने से पल्लेदारों को भी सहूलियत होगी। छोटी पैकिंग करने पर व्यापारियों ने कटौती में भी किसानों को लाभ होने की बात कही है। बताया कि दो माह पूर्व भी उन्होंने डीएम को संबोधित ज्ञापन सौंपा था लेकिन कोई संज्ञान नहीं लिया गया। कहा कि यदि पैकिंग छोटी नहीं होती है तो मटर व्यापारी बाहर की मंडियों से खरीदारी करेंगे।


