(रिपोर्ट – बबलू सेंगर)

Jalaun news today । आस्था को आघात से बचाने के लिए नगर में रथ के माध्यम से निर्माल्स सामग्री एकत्रित की जा रही। घरों से निकलने वाली पूजन सामग्री को एकत्रित कर खाद के रूप में अन्यथा किसी सुरक्षित स्थान पर उसका निष्पादन कराया जा रहा है। जिसकी लोग सराहना कर रहे हैं।
प्रत्येक हिंदू घर में पूजा अर्चना की जाती है। पूजा अर्चना के बाद निकलने वाली निर्माल्य सामग्री में उनके कवर आदि को तो यूं की फेंक दिया जाता है। वहीं, पूजन सामग्री को नदियों आदि में बहा दिया जाता है। जिससे जल प्रदूषण होता है। ऐसे में शिखर मधु श्रीवास्तव ने बताया कि प्रदीप मिश्रा गुरुजी सिहोर से प्रेरणा लेकर निर्माण सामग्री एकत्रित करने के लिए रथ की शुरूआत की गई है। लगभग आठ माह से माह के दूसरे व चौथे सोमवार को नगर के प्रत्येक मोहल्ले में निर्माल्य सामग्री रथ पहुंचता है। जहां घरों और मंदिरों से निकलने वाली पूजन सामग्री जैसे फूल, माला, धूपबत्ती, राख आदि को एकत्रित कर उसे सुरक्षित स्थान पर पहुंचा दिया जाता है। जिसका प्रयोग खाद बनाने में किया जाता है। इससे नदियों में होने वाले प्रदूषण पर रोक लगी है। नगर के लोग भी इसकी सराहना कर रहे हैं।
