इस मुस्लिम शादी ने पेश की मिसाल,, हो रही जमकर तारीफ

रिपोर्ट बबलू सेंगर

Jalaun news today । मदीना मुनव्वरा की सरज़मीं पर सुन्नत के मुताबिक निकाह कर नगर के शादाब खान नानू ने सादगी की मिसाल पेश की।
आज के दौर में जहां शादियां दिखावे, फिजूलखर्ची और रस्मों-रिवाजों के बोझ तले दबी हैं। वहीं नगर के हाजी शादाब खान नानू ने एक ऐसी मिसाल कायम की है, जिसकी हर तरफ तारीफ हो रही है। उन्होंने दुनिया के सबसे मुकद्दस (पवित्र) मुकामों में से एक, मदीना मुनव्वरा की सरज़मीं पर बेहद सादगी के साथ निकाह कर अपनी नई जिंदगी का आगाज़ किया। उन्होंने आधुनिक दौर की तड़क-भड़क और बैंड-बाजे की फिजूलखर्ची को त्याग कर हज़रत मुहम्मद सल्लल्लाहो अलैहि वसल्लस की सुन्नत को जिंदा किया। निकाह का यह रूहानी मंज़र मस्जिद की पाकीज़गी के बीच मुकम्मल हुआ। पूरी सादगी और इस्लामी शरीयत के दायरे में रहकर निकाह की रस्में अदा की गई। इस रस्म ने यह संदेश दिया कि निकाह को जितना आसान बनाया जाएगा, समाज में उतनी ही बरकत होगी। इस पाक मौके पर किसी भी तरह का आडंबर नहीं दिखा। केवल परिवार के करीबी सदस्य और मित्रों की मौजूदगी रही। जिन्होंने मस्जिद के रूहानी माहौल में नवविवाहित जोड़े के हक में दुआएं मांगीं। हाजी शादाब खान ने बताया कि मदीना शरीफ जैसी पाक जगह पर निकाह करना मेरे लिए अल्लाह का खास करम और एक रूहानी सुकून का जरिया है। मेरा मकसद सिर्फ सुन्नत पर अमल करना था ताकि समाज के युवाओं को यह पैगाम मिल सके कि सादगी में ही असल कामयाबी और बरकत है।