हाइवे पर गजराजों की धमक, पूर्व सीएम का रोका काफिला। वन महकमे में मचा हड़कंप।

(स्वरूप पूरी)

यह सच है कि वन्यजीव संरक्षण व संवर्द्धन को लेकर वन महकमा धरातल पर कई बेहतरीन कार्य कर रहा है। मगर इस सच से इतर अब भी कुछ घटनाए वनों से सटे छेत्रो में ऐसी घटती रहती है जिसे काबू करना किसी के बस में नही। ऐसी ही एक घटना कल देर शाम से राज्य में चर्चा का विषय बनी हुई है। मामला लैंसडौन वन प्रभाग के कोटद्वार व दुगड्डा के बीच का है। इस मार्ग पर इन दिनों जंगली गजराजों की धमक अक्सर ही देखी जा रही है।

साभार शार्प मीडिया विनीत

यू तो कई बार इन गजराजों के चलते लोग घण्टो इनके निकलने का इंतजार करते है, मगर के बार यही घटना किस्सा बन जाती है। कल देर शाम इस मार्ग से जब पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत का काफिला गुजर रहा था, उसी दौरान गजराजों का एक झुंड यंहा आ धमका। कुछ देर सब कुछ सामान्य लग रहा मगर इसी बीच एक विशालकाय गजराज पूर्व सीएम के वाहन की ओर बढ़ने लगा। यह देख सुरक्षा कर्मियों ने पूर्व सीएम को गाड़ी से बाहर निकाल पास में मौजूद चट्टान पर चढ़ा दिया। जल्द ही इस घटना का वीडियो वायरल हो गया।

सोचने का विषय है कि पूर्व सीएम को सुरक्षित करने में जब इतनी मेहनत करनी पड़ी तो आम लोगो का क्या हाल होता होगा।

क्या पेट्रोलिग ही है इस समस्या का निदान?

यू तो यह हाल हरिद्धार, देहरादून सहित कुमाऊँ तक के कई मार्गो का है। मगर क्या पेट्रोलिंग ही इस समस्या का निदान है। विशालकाय गजराज जब सामने होता है तो वह कर्मियों को भी अपनी जान जोखिम में डाल लोगो की सुरक्षा करनी होती है। कई बार वे भी हादसों का शिकार बन जाते है। वह महकमे को चाहियो की एक्सपर्ट की राय ले ऐसे ट्रबल पॉइंट्स पर कोई स्थायी उपाय करें, जिससे मार्गो पर ऐसी घटनाए न घटे।

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