लखनऊ l उत्तर प्रदेश के लोक निर्माण मंत्री ज़ितिन प्रसाद की अध्यक्षता में आज यहाँ लोक निर्माण विभाग मुख्यालय स्थित तथागत सभागार में विभागीय समीक्षा आयोजित की गयी। समीक्षा बैठक में मुख्यालय स्थित मुख्य अभियंताओं / अधीक्षण अभियंताओं के पदनाम/ संरचना संशोधन आदि के सम्बंध में व्यापक विचार विमर्श किया गया। इसके साथ ही लोक निर्माण विभाग में कार्य दक्षता एवं क्षमता बढ़ाए जाने पर भी चर्चा की गयी।
इस अवसर पर लोक निर्माण मंत्री श्री प्रसाद ने समीक्षा बैठक में कहा कि लोक निर्माण विभाग में अवश्यकता के हिसाब से पुनर्गठन किए जाने की ज़रूरत है। विभाग में कार्य दक्षता एवं क्षमता बढ़ाए जाने के लिए लघु अवधि, मध्यम अवधि एवं दीर्घ अवधि के लक्ष्य को ध्यान में रखकर रणनीति पर काम किया जाय। उन्होंने कहा कि विभाग की कार्य दक्षता बढ़ाने के लिए विभागीय अभियंताओं को तकनीकी प्रशिक्षण दिया जाना बहुत ज़रूरी है।

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श्री प्रसाद ने कहा कि विभाग का पुनर्गठन इस तरह से किया जाय कि विभाग की उपलब्ध दक्षता का भरपूर उपयोग करते हुए आम जनमानस के लिए गुणवत्ता परक सड़के मित्तव्ययिता एवं समय बद्धता के साथ निर्मित की जा सकें जिससे लोक निर्माण विभाग को देश का सबसे अच्छा विभाग बनाया जा सके। विभाग द्वारा कराए जा रहे निर्माण कार्यों में समय बद्धता के साथ गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखना है जिससे हम विश्व स्तरीय सड़कें दे सकें।
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आज हुई बैठक में प्रमुख सचिव लोक निर्माण विभाग (द्वितीय) अजय सिंह चौहान ने समीक्षा बैठक में मंत्री को आश्वस्त किया की उनके द्वारा दिए गए निर्देशों का अक्षरशः अनुपालन सुनिश्चित कराया जाएगा।
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समीक्षा बैठक में लोक निर्माण राज्य मंत्री बृजेश सिंह, मुख्यमंत्री जी के वित्तीय सलाहकार वीके राजू, प्रमुख अभियंता ( विकास एवं विभागाध्यक्ष ) संदीप कुमार, प्रमुख अभियंता एके जैन, प्रमुख अभियंता वीके श्रीवास्तव, लोक निर्माण विभाग के पूर्व विभागाध्यक्ष वीके सिंह, मुख्य अभियंता परवेज़ अहमद, मुख्य अभियंता (एनएच) एके कन्नौजिया, मुख्य अभियंता (सेतु) एके अग्रवाल, अधीक्षण अभियंता (सामान्य) आरएन सिंह, अधीक्षण अभियंता (पीएमजीएसवाई) विजय कन्नौजिया, अधीक्षण अभियंता (रा०मा०) एके जैन, अधीक्षण अभियंता (पीएमजीएसवाई) एके दुबे, वित्त नियंत्रक लोक निर्माण विभाग सहित अन्य सम्बंधित विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।




