रिपोर्ट बबलू सेंगर

Jalaun news today । जालौन नगर में साप्ताहिक बंदी का असर बेअसर साबित हो रहा है। अधिकारियों के निर्देश के बाद भी बाजार बंदी पूरी तरह सफल नहीं हो पा रही है।शिकायतों के बाद श्रम प्रवर्तन अधिकारी ध्यान नहीं दे रहे। जिससे साप्ताहिक बंदी के दिन दुकानें खुलने से नियमों का पालन करने वाले दुकानदार मायूस हैं।
नगर में सोमवार का दिन साप्ताहिक बंदी के लिए निर्धारित है। पूर्व में अधिकारियों के आकस्मिक भ्रमण के चलते नगर में स्थित सभी दुकानें साप्ताहिक बंदी के दिन बंद ही रहने लगी थीं। कभी कभार अधिकारियों का भ्रमण होता है तो दुकानें बंद हो जाती हैं। लेकिन नियमित भ्रमण न होने से दुकानदार अपनी अपनी दुकानें खोलने लगते हैं इससे उन दुकानदारों को नुकसान होता है तो नियम का पालन करते हुए अपनी दुकानों को बंद रखते हैं। शुरूआत एक दो दुकानों के खुलने से होती है। धीरे धीरे आधा बाजार खुलने लगता है। इनमें शराब ठेका गली, पुरानी नझाई गली के आसपास के अलावा सब्जी मंडी और तहसील रोड पर व कांजी हाउस चौराहे के आसपास, चुर्खी रोड, डां साहनी वाली गली आदि स्थानों के दुकानदार अपनी अपनी दुकानें खोले रहते हैं। ऐसे में नगर के मनोज रिछारिया, दीपक कुमार, अखिलेश लाक्षाकार, रहीस नाना, मोनू शुक्ला आदि कहते हैं कि श्रम प्रवर्तन अधिकारी महीनों नगर में भ्रमण नहीं करते हैं। जब भी उनसे नगर में साप्ताहिक बंदी के दौरान निरीक्षण के लिए कहा जाता है तो वह काम की अधिकता बताकर असमर्थता जताते हैं। उनके नगर में न आने के कारण साप्ताहिक बंदी बेअसर हो गयी है। समाजसेवियों ने जिलाधिकारी से साप्ताहिक बंदी सुनिश्चित कराने की मांग की है।
