- साइबर सुरक्षा, हेल्पलाइन, पॉक्सो एक्ट जैसे विषयों पर गहराई से चर्चा
- ‘मिशन समाधान’ बना संवाद, सशक्तीकरण और सुरक्षा का मंच
- बेटियां अब सिर्फ पढ़ नहीं रहीं, सवाल भी कर रही हैं
- खास आयोजन में एक साथ जुड़ी 80,000 बेटियां और 12,000 शिक्षक
Lucknow News : उत्तर प्रदेश के कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालयों की 80,000 छात्राएं और 12,000 से अधिक स्टाफ ज़ूम के ज़रिए ‘मिशन समाधान सीरीज-01’ का हिस्सा बने। यह सिर्फ एक वर्चुअल सत्र नहीं, बल्कि बेटियों के सशक्तीकरण और हक की आवाज़ उठाने की पहल है।
सशक्तीकरण का डिजिटल मंच
यह आयोजन योगी सरकार की बेटी-सशक्तिकरण नीति का विस्तार है। मिशन समाधान, मिशन शक्ति, महिला हेल्पलाइन 1090, महिला पीएसी, और पॉक्सो जागरूकता अभियान जैसी योजनाओं को जमीनी स्तर पर मजबूत आधार दे रहा है।
संवाद से समाधान तक: बेटियां बनीं सजग और आत्मनिर्भर
कंचन वर्मा, महानिदेशक स्कूल शिक्षा ने बालिकाओं से संवाद करते हुए कहा कि हर समस्या का समाधान है। सही और गलत में फर्क करना सीखें और कभी हिचकें नहीं। शिक्षा और हुनर ही आत्मबल है। उन्होंने शिक्षकों और अभिभावकों से आग्रह किया कि वे बेटियों के भविष्य को लेकर गंभीर संवाद करें और उन्हें हर स्थिति से निपटने के लिए तैयार करें।
सत्रों में मिला व्यावहारिक ज्ञान
डॉ. मुकेश कुमार सिंह वरिष्ठ विशेषज्ञ, बालिका शिक्षा, समग्र शिक्षा, उत्तर प्रदेश ने भौतिक और वित्तीय प्रावधानों की जानकारी दी। ‘सुरक्षित रहें, खुश रहें’ सत्र में साइबर सुरक्षा, गुड टच-बैड टच, हेल्पलाइन नंबर, और पॉक्सो एक्ट जैसे विषयों पर विस्तार से चर्चा हुई। अर्चना अग्निहोत्री, फाउंडर डायरेक्टर, समाधान अभियान ने कहा,”सवाल पूछना ही समाधान की पहली सीढ़ी है।” सरिता सिंह ने स्कूलों में चल रहे सुरक्षा सत्रों की रूपरेखा बालिकाओं के सामने रखी।
मिशन समाधान: जागरूकता से आत्मविश्वास की ओर कदम
12,000 से अधिक शिक्षकीय स्टाफ, सभी जिला समन्वयक, और हजारों बेटियों की भागीदारी ने इसे एक जनआंदोलन का रूप दे दिया। इस डिजिटल प्लेटफॉर्म ने बेटियों को उनकी सुरक्षा, अधिकार और आत्मनिर्भरता का एहसास कराया। यह महज एक वर्चुअल सत्र नहीं, बल्कि बेटियों के आत्मबल की एक नई शुरुआत थी, जिसमें उन्होंने पूरे आत्मविश्वास से कहा, “हम तैयार हैं!”
बेसिक शिक्षा मंत्री का संदेश: ‘बेटियां सिर्फ पढ़ें नहीं, बढ़ें भी’
“बेटियों की सुरक्षा और शिक्षा हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। ‘मिशन समाधान’ जैसी पहलों से हम उन्हें सिर्फ शिक्षा नहीं, बल्कि आत्मबल भी देंगे। योगी सरकार हर बेटी के उज्ज्वल भविष्य के लिए प्रतिबद्ध है।”- संदीप सिंह, बेसिक शिक्षा मंत्री, उत्तर प्रदेश