(रिपोर्ट – बबलू सेंगर)
Jalaun news today । होली का त्योहार आते ही ग्रामीण व नगर क्षेत्र में होली जलाने के लिए लकड़ी आदि एकत्रित होने लगे हैं। होली मनाने के लिए युवक उत्साह के साथ होली जलाने वाले स्थान पर सामग्री एकत्रित कर रहे हैं। नगर व ग्रामीण क्षेत्रों में 104 स्थानों पर होलिका दहन का कार्यक्रम होगा।
फाल्गुन माह में पड़ने वाला रंगों का त्योहार होली का पर्व नगर व ग्रामीण क्षेत्र में हर साल धूम-धाम से मनाया जाता है। इस वर्ष होली को लेकर लोगों में उत्साह है तथा की तैयारियों में जुट है। होलिका दहन के ठीक आठ दिन पूर्व होलिकाष्टक तिथि से ही घरों में जहां मिष्ठान के साथ नमकीन आदि बनाने का कार्य शुरू हो चुका है। महिलाओं ने होलिका दहन की अग्नि से घरों में जलाए जाने वाले गाय के गोबर के छोटे-छोटे उपलों (जिन्हें बुलबुलियां भी कहा जाता है) को भी बनाना शुरू कर दिया है। नगर के 25 वार्डों में 22 स्थानों पर एवं ब्लॉक क्षेत्र के 62 गांवों में 82 स्थानों पर होलिकाष्टक को होली जलाने के लिए होली के डांढा (लकड़ियों) की स्थापना की जा चुकी है। हुरियारों की टीमों के नवयुवक और किशोर अपनी जिम्मेदारी निभाते हुए लकड़ियां इकट्ठी करने में जुटे हैं। नगर में सबसे बड़ा होलिका दहन द्वारिकाधीश मंदिर परिसर में होता है। जिसकी तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। होलिका दहन में गेहूं की बालियों को भूनने प्रथा निभाने के बाद लोग रंगों के इस पर्व का लुत्फ उठाने के लिए पूरी तरह तैयार नजर आ रहे हैं।मौसम में ठंडक के चलते लोगों को हुरयाने में दिक्कत आ सकती है।