सीएम योगी ने पेड़ लगाकर की इस महाभियान की शुरुआत, सम्बोधन में कही यह बड़ी बात
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Lucknow news today । उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ( CM yogi ) ने शनिवार को राजधानी लखनऊ के अकबरनगर क्षेत्र में वृक्षारोपण करके ‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान का शुभारंभ किया। इस अवसर पर सीएम योगी ने वहां मौजूद युवाओं को पेड़ भेंट कर उन्हे वृक्षारोपण के लिए प्रोत्साहित किया।
इस अवसर पर राज्यसभा सांसद dr दिनेश शर्मा लखनऊ की मेयर सुषमा खर्कवाल समेत कई अन्य लोग भी मौजूद रहे।
36.50 करोड़ पौधे लगाए जायेंगे
सीएम योगी ने आज जिस वृक्षारोपण कार्यक्रम का शुभारंभ किया उसके अन्तर्गत पूरे प्रदेश में 36.50 करोड़ पौधे लगाए जायेंगे।
इस अवसर पर सीएम योगी ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि अपने वर्तमान व भविष्य को सुरक्षित उज्ज्वल बनाने के लिए इस महाभियान से जुड़ें।
सम्बोधन में कही यह बात
अपने संबोधन में सीएम योगी ने कहा कि हम सब जानते हैं कि प्रधानमंत्री ने 5 जून को विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर एक पेड़ मां के नाम लगाने का आवाहन किया था इसके पीछे की भावना भी यह थी कि दुनिया के अंदर पर्यावरण के साथ भेदभाव को लेकर चिंतित हैं और वह चिंता है ग्लोबल वार्मिंग दुनिया के अंदर जीव सृष्टि के लिए एक नया संकट खड़ा करने जा रहा है इस नए संकट से उभरने के लिए क्योंकि संकट कहीं और से नहीं मनुष्य के स्वार्थ ने ही प्रदान किया है इसलिए इसको नियंत्रित करने की जिम्मेदारी भी मनुष्य के ऊपर ही रहनी चाहिए और इस दृष्टि से दुनिया के सबसे बड़े लोकतांत्रिक संविधानिक मुखिया के रूप में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का यह आवाहन हर भारतवासी के लिए एक मंत्र बनना चाहिए । उन्होने कहा कि इस अभिलाष से हम लोगों ने इस पवित्र अभियान को अपने हाथों में लिया मुझे प्रसन्नता है कि 5 जून के बाद से लगातार प्रदेश में वृक्षारोपण अभियान के साथ एक पेड़ मां के नाम लगाने का गौरव प्रदेश के हर व्यक्ति को होने जा रहा है एक दिन में ही इस पवित्र अभियान के तहत उत्तर प्रदेश के अंदर कुल आबादी अगर 25 करोड़ की आप माने तो आपकी आबादी के हिसाब से लगभग तीन पेड़ मातृशक्ति के अंदर लगने जा रहे हैं । सीएम योगी ने कहा कि अब तक 12 करोड़ वृक्षारोपण के कार्यक्रम को हम लोग संपन्न कर चुके हैं। उन्होंने कहा कि 12 करोड़ पेड़ अब तक हर जगह रोपे जा चुके एक पेड़ मां के नाम लेकिन इस पेड़ को लगाना भी है और बचाना भी है और फिर अपने पर्यावरण को संरक्षित भी करना है।
1984से शुरु हुआ कुकरैल नदी पाटने का काम
सीएम योगी ने कहा कि आज यहां पर एक कुकरेल नदी जो कभी नदी हुआ करती थी आज से 50 साल पहले कुकरेल से एक नदी निकलती हुई गोमती नदी में मिलती थी लेकिन 1984 के बाद इस पूरी नदी को अपने स्वार्थ के लिए भूमाफियाओं ने पाटना प्रारंभ किया और परिणाम यह हुआ कि जो कभी नदी थी वह नाला बन गई और फिर वह उन बस्तियों की ड्रेनेज को उड़ाने का एक माध्यम बन गया। सीएम योगी ने कहा कि इसने नदी को तो मारा ही साथ में गोमती नदी को प्रदूषित करने का काम भी किया। उन्होंने कहा कि जिस नदी संस्कृति के ऊपर मानवीय संपदा बसी हुई है उसको नष्ट कर दिया गया गोमती नदी लखनऊ में आकर के कितनी काली हो गई है इस प्रकार काली हो गई है क्या इस पाप से कभी हम वंचित रह पाएंगे इसलिए सरकार ने तय किया कि लखनऊ में आने वाले कोई भी अतिथि कोई भी पर्यटक के लिए हम कोकरेल में एक नाइट सफारी की स्थापना करेंगे यहां पर लोगों के पर्यटन और मनोरंजन के साथ-साथ ज्ञानवर्धन का केंद्र बनेगा साथ-साथ टूरिज्म के लिए पूरे क्षेत्र को विकसित करेंगे इसीलिए यहां पर जो अतिक्रमण था उसको हटाया गया। सीएम योगी ने कहा कि यहां जो बस्ती थी उसको हटा करके जिनके पास आवास नहीं थे उनका आवास उपलब्ध कराया गया और उनका पुनर्वासित किया गया।