Ghaziyabad news today। उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद जनपद में साइबर ठगों ने एक महिला अधिकारी पर साइबर क्राइम का दबाव बनाते हुए उसके साथ 50 लाख से अधिक की ठगी की वारदात को अंजाम दिया है। अपने साथ हुई इतनी बड़ी ठगी की सूचना पीड़िता ने थाने पर दी। पुलिस ने मामला दर्ज कर पूरे मामले की छानबीन करना शुरू कर दिया है।
यह है मामला
मीडिया रिपोर्ट से मिली जानकारी के अनुसार गाजियाबाद जनपद में तैनात एक महिला अधिकारी के पास विदेश में पार्सल भेजने के नाम पर फोन आया । रिपोर्ट्स के अनुसार फोन करने वाले ने खुद को नारकोटिक्स का अधिकारी बताते हुए महिला से कहा कि उसके पार्सल में कुछ ऐसी चीज भी रखी हुई है जिससे उसे जेल हो जाएगी । बताया जा रहा है कि साइबर ठगों की बातों को सुनकर महिला भी अचरज में पड़ गई है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार इसके बाद साइबर ठगों ने उस महिला अधिकारी को कहीं नारकोटिक्स विभाग का बताते हुए कहीं अन्य विभाग का बताते हुए उस पर दबाव बनाया। इस पर महिला अधिकारी ने बताया कि उसने अपनी एफडी तुड़वाकर साइबर ठगों को 56 लख रुपए खाते में भेजे हैं । इसकी शिकायत पीड़िता ने साइबर क्राइम थाने में दर्ज कराई है।
डीसीपी ने दी विस्तार से जानकारी
गाजियाबाद जनपद में महिला अधिकारी के साथ हुई इस साइबर ठगी की वारदात के संबंध में डीसीपी ने मीडिया को विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने कहा कि 27 फरवरी को साइबर क्राइम थाने में एक मामला दर्ज हुआ है जिसमें वसुंधरा में रहने वाली एक महिला अधिकारी ने शिकायत दर्ज कराई है कि कोई प्राइवेट कंपनी जो पार्सल चलाती हैं उसके नाम से उनको फोन किया गया कि आपके नाम से जो पार्सल हुआ है उसमें बहुत सारे इलीगल आइटम रखे हुए हैं और अगर इसको पुलिस को बताएंगे तो उसमे कानूनी कार्रवाई होगी। इसके अलावा फोन करने वाले ने महिला को कई तरह से दबाव में लिया । डीसीपी ने बताया कि इसी के चलते साइबर ठाकुर ने महिला से 56 लख रुपए ठग लिए हैं । उन्होंने कहा कि जिस खाते में पैसे गए हैं उसे ब्लॉक कर दिया गया है इसके अलावा उनको पकड़ने के लिए टीमों का गठन किया गया है और पूरे मामले की छानबीन की जा रही है।
डीसीपी ने की अपील
लोगों को साइबर ठगी से बचने के लिए डीसीपी ने लोगों से अपील की की कोई भी व्यक्ति पुलिस इनकम टैक्स ED के नाम से अगर कोई फोन करें तो उसे पूरी तरह इग्नोर करें । उन्होंने कहा कि कोई भी ऐसी एजेंसी जब तक आप कोई गलत काम य इलीगल काम ना करें तब तक ना तो पुलिस आपको डिस्टर्ब करती है ना ही कोई एनफोर्समेंट एजेंसी इस तरह की काम करती है। उन्होंने कहा कि आज के समय में इस तरह के बहुत से ज्यादा मामले चल रहे हैं कि कहीं पुलिस के नाम पर कहीं ED के नाम पर कहीं ऑनलाइन पर इस तरह से जब भी कोई आपको इस तरीके के अधिकारी संपर्क करें तत्काल नजदीक पुलिस थाने पर संपर्क करें और वहां के साइबर सेल पर संपर्क करें वहां का साइबर सेल थाना आपको कंफर्म करके बताया कि नंबर कहां का है।