तालाब में पानी न होने से भीषण गर्मी में पशु पक्षी बेहाल
सहाव गांव के लोगों ने उठाई सफाई व जल निकासी की मांग

Jalaun news today । विकास खंड जालौन की ग्राम पंचयात सहाव के ग्रामीणों ने कहा कि पंचयात के कर्मचारियों की लापरवाही के कारण गंदगी और जलभराव की स्थिति से जूझ रहे है! जो कभी भी बीमारियों की चपेट में आ सकते है। ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि समय रहते गंदगी और जल निकासी की व्यवस्था करवाई जाये जिससे गर्मी के मौसम में होने वाली बीमारियों से लोगों को बचाया जा सके।
मामला जालौन ब्लॉक के सबसे बड़ी ग्राम पंचायत सहाब का है जहाँ लगभग 15 बार्ड, लगभग 8हज़ार की जनसंख्या की आबादी है ।जो कि एक सफाई कर्मी के सफाई व्यवस्था के भरोसे पर टिकी है जिससे सफाई व्यवस्था चौपट है अधिकारी कर्मचारी कुम्भकर्णी नींद में सोए हुए है ग्रामीणों ने बताया कि ग्राम पंचायत अधिकारी जितेंद्र पटेल कभी कभार आते है! कर्मचारियों व अधिकारियों से तथा कई बार 1076 पर भी लिखित व मौखिक रूप से आग्रह किया कि मोहल्ले में नालियों का पानी घरों के अन्दर घुस रहा है कही-कही तो यह आलम है कि लोग अपने घरों के बाहर नालियों में उठ रही सढाद के कारण रास्ते से लोगों का निकलना मुस्किल होता है तो वहाँ रहनेवालों का क्या हाल होता होगा। लेकिन सम्बधित ग्राम पंचायत अधिकारी के कानों में जू तक नही रेग रही इससे परेशान मुहल्ले वासियों में दिन प्रतिदिन आक्रोश की भावना पैदा होती जा रही है।

सहाव गांव के ग्रामीण अनिल, रविन्द्र, बबलू, प्रशांत त्रिपाठी, संजय, कुलदीप, विनय दुबे, अभिमन्यु, अकील खां, अयूव खां ज्ञान सिंह, पिंटू, राजू तुलसीराम सहित लगभग दर्जनों ग्रामीणों का कहना है कि जल निकासी के लिए न ही नाली बनी है अगर बनी भी है तो अधूरी पड़ी है जिसके कारण पानी की निकासी नहीं हो पा रही है जो एक ही स्थान पर भरा पड़ा है जिसकी बजह से पानी में सड़न पैदा होकर लोगों के घरों में दुर्गन्ध पहुंच रही है। जिसकी बजह से यहां के लोग कभी भी बीमारियों की चपेट में आ सकते है। मुहल्ले के लोगों ने कहा है कि समय रहते अगर गंदगी और जल निकासी की व्यवस्था न की गयी तो यहां के लोगों को संक्रामक बीमारियों की चपेट में आने से कोई नहीं बचा सकता है। उक्त लोगों ने मीडिया के माध्यम से प्रशासन से जनहित में मांग की है कि इस गम्भीर समस्या का समाधान जल्द से जल्द निकाला जाये जिससे लोगों को राहत मिल सके।तो वहीं ग्रामीणों ने बताया कि गर्मी के मौसम में अन्ना जानवरों के लिए पानी की कोई व्यवस्था नहीं की गई कई एकड़ में बना तालाब भी पानी नहीं होने से शोपीश नजर आ रहा है! पानी नहीं मिल पाने के कारण आए दिन पशु पक्षियों, जानवरों की मौते हो रही है जिस तरफ प्रशासन का कोई ध्यान नहीं जा रहा है!ग्रामीणों ने जिला प्रशासन से मांग की है कि कम से कम 2 सफाई कर्मचारियों की नियुक्ति की जाये जिससे सफाई व्यवस्था बहाल हो सकें।
