Search
Close this search box.
Search
Close this search box.

Jalaun Ramlila news : सीताहरण का हुआ मंचन,, लोगों की आंखे हुई नम,,,

Jalaun Ramlila news: Sita Abduction was staged, people's eyes became moist.

(रिपोर्ट – बबलू सेंगर)

Jalaun news today । श्रीरामलीला महोत्सव में सीता हरण के पश्चात् प्रभु श्रीराम ‘हे खग, हे मृग, मधुकर सेनी, तुम देखी सीता मृग नैनी’ कहते हुए माता सीता को ढूंढने निकल पड़ते हैं। सीताजी की खोज के दौरान उनकी सुग्रीव से मित्रता हो जाती है। जिसके बाद सुग्रीव का दुःख जानकर वह बालि का वध कर सुग्रीव का राज्याभिषेक करते हैं।
रामलीला मंचन में राम-सुग्रीव मित्रता एवं बालि वध का सुंदर मंचन उत्तर भारत के महान कलाकारों द्वारा किया गया। जिसमें माता सीता के आग्रह पर लक्ष्मण जब प्रभु श्रीराम को ढूंढने जाते हैं तो वहां पर भगवान् राम ने जब लक्ष्मण को आया देखा। तो किसी अनहोनी की आशंका जताकर वह कहते हैं, जल्दी से आश्रम चलो कहीं, कुछ अनर्थ न हो गया हो। जब दोनों भाई आश्रम पहुंचते है, तो प्रभु राम सीता को आश्रम में नहीं पाते हैं। जिससे व्याकुल होकर वह ‘हे खग, हे मृग, मधुकर सेनी, तुम देखी सीता मृग नैनी’ कहते हुए उन्हें वन में खोजने के लिए निकल जाते हैं। वहीं, सीता को खोजने के दौरान उन्हें रास्ते में जटायु घायल अवस्था में पड़े मिलते हैं। जटायु, भगवान् श्रीराम को सारा वृतांत बताते हुए कहते हैं कि लंकेश माता सीता का हरण कर दक्षिण दिशा में ले गया है। सीता माता की खोज के दौरान वह शबरी से मिलते हैं। शबरी उनसे बेर खाने का आग्रह करती है। जिस पर वह आनंद के साथ शबरी के झूठे बेरों को खाते हैं। इतना ही नहीं वह उसे ‘नव’ भक्ति प्रदान करते हैं। आगे चलने पर ऋष्यम्बूक पर्वत पर भगवान् राम व लक्ष्मण को देखकर सुग्रीव, हनुमानजी को उनका परिचय प्राप्त करने को कहते हैं। हनुमानजी उनका परिचय प्राप्त कर भगवान श्रीराम से सुग्रीव की मित्रता कराते हैं। सुग्रीव का दुःख जानकर भगवान राम बालि का वध कर सुग्रीव का राज्याभिषेक करते हैं। रामलीला मंचन में राम विवेक मिश्रा , लक्ष्मण के के शुक्ला , हनुमान रमेश दुबे , शबरी राम प्रकाश शर्मा, जटायु प्रयाग गुरु , अंगद प्रिंस चतुर्वेदी , सुग्रीव नरेंद्र, वालि भानू शर्मा, अंगद श्याम जादौन अपने जीवंत अभिनय से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर किया। वहीं मंच के हास्य कलाकार टिल्लू मस्ताना व बबलू दीवाना के हास्य संवाद ने लीला प्रांगण में बैठे दर्शकों को हसने व लोट पोट होने पर मजबूर कर दिया। साथ ही मंच पर काजल ने अपने नृत्य के जलवे दिखाये वहीं लीला का संचालन पवन चतुर्वेदी ने किया। दृश्य संयोजन मंगल चतुर्वेदी व गुड्डन सक्सेना ने किया।

Leave a Comment