रिपोर्ट बबलू सेंगर
Jalaun news today । जालौन नगर के श्रीवीर हनुमान बालाजी मंदिर में आयोजित धार्मिक आयोजन के तीसरे सप्ताह में श्रीराम कथा आयोजन चल रहा है। मंदिर परिसर में चल रही श्रीरामकथा के चौथे दिन कथा व्यास ने राम वनवास की मार्मिक कथा सुनाकर लोगों की आंखों में छलकी आयी आंखे।
कथा व्यास मथुरा से आये पं. ब्रजमोहन दीक्षित ने चौथे दिन की कथा सुनाते हुए कहा कि राजा दशरथ चाहते हैं कि श्रीराम का राज्याभिषेक किया जाए और अपने गुरु वशिष्ठ से राज्याभिषेक के लिए कहते हैं। इससे देवता व्याकुल हो उठते हैं और माता सरस्वती से प्रार्थना करते हैं कि मंथरा की बुद्धि को भ्रमित कर दे, क्योंकि अगर श्रीराम राज्य के कार्यों में उलझ गए तो राक्षसों का वध कौन करेगा। इसके बाद और कैकेयी-मंथरा का संवाद होता है। मंथरा कैकेयी को राजा द्वारा दिए गए वचनों को याद दिलाती है और कैकेयी राजा दशरथ को जाकर इन्हीं वचनों को याद दिलाती है। वह राम को वनवास और भरत को राज्य सौंपने की जिद करती है। इसके बाद राजा दशरथ दबाव में आकर मान जाते हैं और श्रीराम को न चाहते हुए भी वनवास जाने का आदेश दे देते हैं। राम वनवास की कथा को सुनकर भक्तों की आखें नम हो गईं। इस मौके पर परीक्षित कमलेश महाराज, राजीव विश्नोई, अनुरुद्ध, संजीव, मनीष, अंजनी, अमित, प्रखर, अनिल, मगन आदि श्रोता उपस्थित रहे।