Search
Close this search box.
Search
Close this search box.

अब और सुरक्षित व सुलभ होंगी यूपी रोडवेज की बसें, परिवहन विभाग की हजारों करोड़ की परियोजनाओं का किया लोकार्पण व शिलान्यास

Now UP Roadways buses will be more safe and accessible, inaugurated and laid the foundation stone of projects worth thousands of crores of Transport Department

परिवहन निगम के मुख्यालय में कमांड एंड कंट्रोल सेंटर का भी हुआ उद्घाटन, हो सकेगी बसों की लाइव ट्रैकिंग

Lucknow news today । प्रदेश के प्रत्येक नागरिक को परिवहन की सुविधा उपलब्ध कराने के लिए प्रयासरत योगी सरकार ने उत्तर प्रदेश परिवहन निगम द्वारा संचालित बसों को और सुलभ व सुरक्षित बना दिया है। इसके तहत योगी सरकार ने मंगलवार को निगम मुख्यालय स्थित कमांड कंट्रोल सेंटर का उद्घाटन किया। इस कमांड कंट्रोल सेंटर के माध्यम से बसों की लाइव लाइव ट्रैकिंग, आपात स्थिति में रियलटाइम लोकेशन पर तत्काल सहायता समेत पैनिक बटन के अलर्ट जैसी सुविधाएं मिलेंगी। इससे निगम की बसों को और अधिक सुरक्षित बनाने में मदद मिलेगी। मंगलवार को निगम द्वारा 3067 करोड़ रुपए की लागत से दस बस स्टेशनों के नव निर्माण और पुनर्निर्माण के कार्य का शिलान्यास किया गया, जबकि 1048 करोड़ की लागत से बने कमांड एंड कंट्रोल सेंटर और तीन अन्य बस स्टेशन का लोकार्पण भी किया गया।

कमांड कंट्रोल सेंटर में 24×7 उपलब्ध रहेंगे कार्मिक

परिवहन राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दयाशंकर सिंह ने निगम मुख्यालय के सभागार कक्ष में इन सभी परियोजनाओं का शिलान्यास व लोकार्पण किया। उन्होंने बताया कि कंट्रोल एंड कमांड सेंटर की स्थापना से मुख्यालय में परिवहन निगम की बसों की लाइव ट्रैकिंग उपलब्ध रहेगी। किसी आकस्मिक स्थिति में वास्तविक लोकेशन उपलब्ध रहने से तत्काल सहायता पहुंचाना संभव हो सकेगा। यात्रा के दौरान किसी अप्रिय स्थिति में यात्री द्वारा वाहन में स्थापित पैनिक बटन प्रेस करने पर निगम मुख्यालय स्थित कमांड कंट्रोल सेंटर एवं संबंधित क्षेत्रीय कंट्रोल रूम में पैनिक अलर्ट प्रदर्शित होगा। कमांड कंट्रोल सेंटर तथा क्षेत्रीय कंट्रोल रूम में मॉनीटरिंग के लिए 24×7 आधार पर उपलब्ध कार्मिक द्वारा कंट्रोल रूम में अलर्ट प्राप्त होने पर त्वरित निदान के लिए निर्धारित एसओपी के अनुसार कार्यवाही की जाएगी। परिवहन मंत्री ने कहा कि इस सुविधा से लोगों को काफी राहत मिलेगी। इसके अलावा, रायबरेली में ड्राइवर ट्रेनिंग एंड रिसर्च सेंटर का भी उद्घाटन किया गया है। इससे हमें अच्छे और दक्ष ड्राइवर्स प्राप्त होंगे।

अयोध्या में ड्राइविंग टेस्टिंग इंस्टीट्यूट की शुरुआत

उन्होंने बताया कि हमने बहुत सारी सुविधाओं को ऑनलाइन कर दिया है, जिससे लोगों को काफी राहत मिली है। जैसे ड्राइविंग लाइसेंस को शत प्रतिशत ऑनलाइन कर दिया गया है और अब ड्राइविंग टेस्टिंग इंस्टीट्यूट का भी उद्घाटन किया जा रहा है। यह पूरी तरह ऑटोमैटिक रहेगा। इससे अब न कोई किसी को पास कर सकता है और न कोई किसी को फेल कर सकता है। उन्होंने बताया कि परिवहन विभाग प्रदेश के प्रत्येक सेंटर में मॉडर्न ड्राइविंग टेस्टिंग इंस्टीट्यूट की स्थापना करने जा रहा है। कमिश्नरी लेवल पर हमने इसे खुद बनाया है, जिसमें मारुति ने 5 सेंटर को लिया है। इसमें आज अयोध्या के ड्राइविंग टेस्टिंग इंस्टीट्यूट की शुरुआत की जा रही है। इसके अलावा गोरखपुर, मथुरा, काशी और प्रयागराज में भी मारुति अपने सीएसआर फंड से इसको संचालित करेगी। अभी हमारे पास और भी 10 इंस्टीट्यूट हैं। बाकी हर जनपद में हम पीपीपी मॉडल पर इसको स्थापित कर रहे हैं, जिसमें एक करोड़ रुपए का अनुदान भी दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि अभी तक जो ड्राइविंग सेंटर थे वो आधुनिक नहीं थे। हम हर जगह पारदर्शिता के साथ आधुनिक ड्राइविंग सेंटर बना रहे हैं। अब दक्ष ड्राइवर मिलेंगे। किसी को भी बिना ट्रेनिंग लाइसेंस नहीं दिया जाएगा। इससे मुख्यमंत्री जी की मंशा के अनुरूप एक्सीडेंट के मामलों में 50 प्रतिशत का जो लक्ष्य रखा गया है, उसको पूरा किया जा सकेगा।

Leave a Comment