
Jalaun news today ।जालौन नगर के प्रमुख मंदिरों में भक्तों की सुबह शाम भीड़ होती है। मंदिर में आने वाले भक्तों की सुविधा के लिए मंदिर के आसपास पेशाबघर नहीं है। पेशाबघर न होने से मंदिर आने वाले भक्तों को दिक्कत हो रही है।
सरकार स्वच्छता मिशन चला रही है। इसके लिए जगह जगह जन सुविधाएं उपलब्ध करायी जा रही है। वहीं नगर के प्रमुख मंदिर छोटी माता, द्वारिकाधीश मंदिर के पास पहले पेशाब घर बने थे। विकास के नाम पर इन्हें हटा दिया गया। पुराने पेशाबघर तो हटा दिए गए लेकिन उनके स्थान पर नए पेशाबघर का निर्माण नहीं कराया गया है। नगर के बंबई वाला मंदिर, छोटी माता मंदिर, द्वारिकाधीश मंदिर, बड़ी माता मंदिर समेत आसपास लगभग आधा दर्जन प्रमुख मंदिर है। इन मंदिरों में बड़ी संख्या में भक्त प्रतिदिन दर्शन करने आते हैं। मंदिरों के आसपास पेशाबघर न होने के कारण मंदिर में आने वाले भक्तों को दिक्कत होती है। समाजसेवी त्रिलोकीनाथ गुप्ता, भगवती प्रसाद मिश्रा, श्रीगोविंद स्वर्णकार, सुशील कुमार बाजपेई, अजय कुमार, इंद्रजीत, संतोष आदि कहते हैं कि मंदिरों के आसपास पेशाबघर न होने के कारण आसपास के दुकानदार गलियों में पेशाब करते हैं। जिससे संतोषी माता मंदिर के बगल वाली में हमेशा दुर्गंध आती है। यहां से भक्तों का निकलना मुश्किल हो जाता है। समाजसेवियों ने मंदिर के आसपास पेशाब घर बनवाने की मांग की है जिससे आसपास सफाई रहे और भक्तों को दिक्कत न हो।
