
Jalaun news today । संत रामगिरी महाराज द्वारा पैगंबर हजरत मोहम्मद साहब के चरित्र पर अभद्र टिप्पणी का आरोप लगाते हुए मुस्लिम समुदाय के लोगों ने राष्ट्रपति एवं गृहमंत्री को संबोधित ज्ञापन एसडीएम को सौंपा है। जिसके माध्यम से उन्होंने कार्रवाई की मांग की है।
जमीअत उलमा के तत्वावधान में मुस्लिम समुदाय के अशफाक राईन, उवैश अहमद, मोहम्मद जुबैर, अनवर शफीक, नूरूल इस्लाम, हामिद खां, मोहम्मद जैद, जफर, शारूख, अनस, असद, मुबारिक, ओसामा, मोहम्मद रईस, शकील, अरबाज, बशीर, अयाज, सलाहउद्दीन आदि ने जुमा की नमाज के बाद मरकज जामा मस्जिद पर राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू एवं गृहमंत्री अमित शाह को संबोधित ज्ञापन एसडीएम अतुल कुमार को सौंपकर बताया कि भारत सदियों से अपनी धर्म निरपेक्षता के लिए सारे विश्व में जाना जाता रहा है। सभी धर्मावलंबी यहां मिलजुल कर रहते है। फिर भी कुछ लोग समाज में द्वेष भावना फैलाते रहते हैं। ऐसे लोग किसी भी धर्म अथवा जाति से हों उनके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। ताकि माहौल शांतिपूर्ण बना रहे। उन्होंने आरोप लगाया कि एक महंत ने पैगंबर हजरत मोहम्मद साहब के चरित्र पर अभद्र टिप्पणी कर हुजूर पाक की शान में गुस्ताखी की है। जिससे मुस्लिम समाज की भावनाओं को आघात पहुंचा है। ऐसे में अभद्र टिप्पणी करने वाले संत के खिलाफ अचित कानूनी कार्रवाई की जाए। जिससे देश में माहौल खराब ना हो और भाईचारा बना रहे। उधर, कोलकाता में महिला प्रशिक्षु डॉक्टर के साथ हुए दुष्कर्म और हत्या के मामले में भी दोषियों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई करने की मांग की गई। साथ ही ऐसी घटनाओं के लिए फास्ट ट्रैक कोर्ट के माध्यम से त्वरित न्याय की व्यवस्था कर दोषियों को फांसी दिए जाने की मांग की गई।

इस मौके पर रफीक, सईद, तनवीर, मुफीस, शौकत, दानिश, आमिर, सिराज, इसरार, आरिफ, उमर, सोएब, मुकीम, वहीद, रिजवान, असद आदि मौजूद रहे।






