(रिपोर्ट – बबलू सेंगर)

Jalaun news today । जालौन क्षेत्र के सिकरीराजा व अम्मरगढ़ तक जर्जर सड़क को बनवाने की मांग ग्रामीण काफी समय से कर रहे हैं। लेकिन अब तक सड़क न बनने के चलते आक्रोशित ग्रामीणों ने सड़क पर निकलकर रोड नहीं तो वोट नहीं की नारेबाजी की और सांसद व विधायक का गांव में प्रवेश वर्जित है के नारे लगाए।
कोंच रोड से सिकरीराजा, अम्मरगढ़ तक तकरीबन तीन किमी संपर्क मार्ग सालों से उखड़ा पड़ा है। ग्रामीण को प्रतिदिन तहसील मुख्यालय आने जाने के लिए उक्त मार्ग से होकर गुजरना पड़ता है। इतना ही नहीं गांव में इंटर कॉलेज भी है। जिसमें क्षेत्र के बालक, बालिकाएं पढ़ने के लिए आते हैं। सड़क खराब होने की वजह से आए दिन दुर्घटनाएं होती रहती हैं। लोग चुटहिल हो जाते हैं और उन्हें इलाज कराना पड़ता है। जनप्रतिनिधियों समेत अधिकारियों से कई बार मांग की जा चुकी है कि उक्त सड़क का निर्माण करा दिया जाए लेकिन अभी तक कोई सुनवाई नहीं हुई है। पूर्व में गांव में पौधरोपण करने पहुंचे सदर विधायक गौरीशंकर वर्मा को गांव के लोगों ने काले झंडे दिखाकर उनका विरोध किया था और सड़क बनने पर ही गांव में आने के नारे लगाए थे। तब विधायक ने आश्वासन दिया था कि शीघ्र ही सड़क का निर्माण कराया जाएगा। इसके बाद भी अब तक सड़क नहीं बन सकी है। ऐसे में आक्रोशित ग्रामीणों ने इस बार लोकसभा चुनावों को देखते हुए सड़क न बनने पर वोट न करने की ठान ली है। इसको लेकर ग्रामीण सोमवार की सुबह गांव की सड़कों पर उतरे और जाम लगाकर ‘रोड नहीं तो वोट नहीं’ एवं ‘गांव में सांसद व विधायक का प्रवेश वर्जित है’ की नारेबाजी करने लगे। इस दौरान किसानों ने लगभग एक घंटे तक नारेबाजी की। इस मौके पर मौजूद रामकुमार राजावत, राजकुमार भदौरिया, सोनू राजावत, बाबू भदौरिया, अर्जुन भदौरिया, दर्शन रजक,ऋषभ महंत, नृपत सिंह, मुकेश, लालजी पटेल, रानू राजावत, रामजी गुर्जर अम्मरगढ़, अन्धू खां, ध्रुव, महेंद्र अहिरवार,मनपुतरे, रामू गुर्जर अम्मरगढ़, शिवशंकर प्रजापति अम्मरगढ़, भैयाजी, सुमित अम्मरगढ आदि ने बताया कि सालों से ग्रामीण सड़क न होने के चलते नरकीय जीवन जीने को मजबूर हैं। कई बार सड़क बनवाने की मांग कर चुके हैं। लेकिन अब तक सिवाय आश्वासन के कुछ नहीं मिला है। इसीलिए ग्रामीणों ने मजबूर होकर रोड न होने तक वोट न करने का फैसला किया है साथ ही रोड न बनने पर सांसद और विधायक का गांव में प्रवेश वर्जित किया गया है।

