प्रधानमंत्री ने यूपी को दी पांच नये एयरपोर्ट की सौगात, लखनऊ एयरपोर्ट के नये टर्मिनल का किया लोकार्पण
Azamgarh news today । उत्तर प्रदेश में जबसे डबल इंजन सरकार आई है, तबसे यूपी की तस्वीर और तकदीर दोनों बदली है। यूपी केंद्र की योजनाओं को लागू करने में सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वाले राज्यों में है। ये आंकड़े और जमीनी हकीकत बोल रहे हैं। आज यूपी अग्रिम पंक्ति के राज्यों की श्रेणी में आकर खड़ा हो गया है। यूपी पहले देश की राजनीति तय करता था, मगर अब विकास की दिशा भी तय कर रहा है। ये बातें रविवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने यहां मंदुरी में जनसभा को संबोधित करते हुए कही। इससे पूर्व उन्होंने ₹34,700 करोड़ की 782 विकास परियोजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया। इसमें प्रदेश के पांच जिलों आजमगढ़, श्रावस्ती, मुरादाबाद, चित्रकूट और अलीगढ़ में नये एयरपोर्ट और लखनऊ के चौधरी चरण सिंह इंटरनेशनल एयरपोर्ट के नवीन टर्मिनल के लोकार्पण के साथ ही आजमगढ़ में महाराजा सुहेलदेव राजभर राज्य विश्वविद्यालय का शुभारंभ भी शामिल है। इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने अपनी ओर से गारंटी देते हुए कहा कि आजमगढ़ आजन्म और अनंतकाल तक विकास का गढ़ बना रहेगा।
यूपी की पहचान रिकॉर्ड निवेश और ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी से हो रही
अपने संबोधन में प्रधानमंत्री ने प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तारीफ करते हुए कहा कि बीते वर्षों में डबल इंजन सरकार ने यूपी में लाखों करोड़ के विकास कार्य कराए हैं। इससे न सिर्फ इन्फ्रास्ट्रक्चर बदला है बल्कि युवाओं के लिए लाखों नये अवसर बने हैं। आज यूपी की पहचान रिकॉर्ड निवेश और ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी से हो रही है। यूपी की चर्चा एक्सप्रेस वे, बेहतर कानून व्यवस्था से हो रही है। अयोध्या में राम मंदिर का सदियों पुराना इंतजार भी समाप्त हो गया है। बनारस, मथुरा, कुशीनगर के विकास से यूपी में पर्यटन तेजी से बढ़ा है, इसका लाभ पूरे प्रदेश को मिल रहा है। यही गारंटी 10 साल पहले दी थी, जो आज पूरी हो रही है।
तुष्टिकरण का जहर भी कमजोर पड़ रहा है
प्रधानमंत्री ने कहा कि यूपी जैसे-जैसे विकास की बुलंदियों को छू रहा है, तुष्टिकरण का जहर भी कमजोर पड़ रहा है। पिछले चुनाव में आजमगढ़ के लोगों ने दिखा दिया कि परिवारवादी लोग जिसे अपना गढ़ समझते थे उसे दिनेश जैसे एक नौजवान ने ढहा दिया। इसलिए परिवार वादी लोग इतने बौखलाए हुए हैं। आए दिन मोदी को गाली दे रहे हैं। कह रहे हैं कि मोदी का अपना परिवार नहीं है। वो ये भूल जाते हैं कि मोदी का परिवार देश की 140 करोड़ जनता है। आज हिन्दुस्तान के हर कोने से आवाज आ रही है, हर कोई कह रहा है कि ‘मैं हूं मोदी का परिवार’।
यूपी की पूरी सफाई में आजमगढ़ को पीछे नहीं रहना है
उन्होंने कहा कि इस बार यूपी की पूरी सफाई में आजमगढ़ को पीछे नहीं रहना है। उन्होंने भोजपुरी में कहा कि ”आजमगढ़ जौन चाह जाला ऊ कर लेवेला”। उन्होंने ‘अबकी बार 400 पार’ का आह्वान आजमगढ़ वासियों से किया। प्रधानमंत्री ने बताया कि एक साथ इतने सारे विकास कार्यों का शुभारंभ आजमगढ़ के इतिहास की पहली घटना है। उन्होंने इसे विकास का उत्सव बताया।
विकास का नया अध्याय लिख रहा आजमगढ़
प्रधानमंत्री ने कहा कि आज आजमगढ़ का सितारा चमक रहा है। एक समय दिल्ली से कोई कार्यक्रम होता था और देश के अन्य राज्य उससे जुड़ते थे, मगर आज आजमगढ़ में कार्यक्रम हो रहा है और देश के कोने कोने से हजारों लोग इससे जुड़ रहे हैं। आज केवल आजमगढ़ ही नहीं, बल्कि पूरे देश के विकास के लिए कई परियोजनाओं का यहां से शुभारंभ हो रहा है। जिस आजमगढ़ को देश के पिछड़े इलाकों में गिनते थे आज वही देश के लिए विकास का नया अध्याय लिख रहा है। आजमगढ़ से देश के विभिन्न राज्यों में 34,700 करोड़ रुपए के प्रोजेक्ट का लोकार्पण और शिलान्यास हुआ है।
मोदी दूसरी मिट्टी का इंसान है
प्रधानमंत्री ने कहा कि पहले चुनाव के समय जनता की आंख में धूल झोकने के लिए नेता घोषणाएं कर देते थे, बाद में कोई पूछने वाला नहीं होता था। जांच करने पर पता लगता कि 30-35 साल पहले घोषणा कर हुई थी, पत्थर गाड़ दिये गये थे। बाद में पत्थर भी खो जाते और नेता भी खो जाते थे। मगर आज देश देख रहा है कि मोदी दूसरी मिट्टी का इंसान है। हमने 2019 में जो शिलान्यास किये, आज उसे धरातल पर उतारा जा चुका है। 2024 में भी कोई मेहरबानी करके इन विकास कार्यों को चुनावी चश्मे से न देखे। ये विकास की मेरी अनंत यात्रा का अभियान है। मैं 2047 तक देश को विकसित भारत बनाने का संकल्प लेकर तेज गति से दौड रहा हूं और देश को भी तेज गति से दौड़ा रहा हूं।
अब आजमगढ़ में जहाज उतरे क इंतजाम हो गयल हौ
प्रधानमंत्री ने भोजपुरी में आजमगढ़ के लोगों से संवाद स्थापित करते हुए कहा कि ”इहां से लेकर विदेश तक जे भी आजमगढ़ क रहै वाला हौ, सबके आज बहुत खुशी मिलत होई। ई पहली बार नाही हौ, एकरे पहिले, जब हम पूर्वांचल एक्सप्रेस वे क उद्घाटन कइली तब आजमगढ़ क लोग कहलन की अब लखनऊ में जहाज से उतरकर अढ़ाई घंटा में आजमगढ़ आ जाइब। मगर अब आजमगढ़ में जहाज उतरे क इंतजाम हो गयल हौ। अब मेडिकल कॉलेज और यूनिवर्सिटी बने के कारण पढ़ाई और दवाई के इंतजाम बदे भी बनारस जाए क जरूरत कम पड़ी।
लोगों ने माफियाराज और कट्टरपंथ के खतरों को देखा है
प्रधानमंत्री ने कहा कि आजमगढ़ के लोगों का प्यार और आजमगढ़ का विकास, जातिवाद, परिवारवाद और वोटबैंक के भरोसे बैठे इंडी गठबंधन की नींद उड़ा रहा है। पूर्वांचल ने दशकों तक जातिवाद और तुष्टिकरण की राजनीति देखी है। पिछले 10 साल से ये क्षेत्र विकास की राजनीति भी देख रहा है। सात साल में योगी जी के नेतृत्व में उसे और गति मिली है। यहां के लोगों ने माफियाराज और कट्टरपंथ के खतरों को भी देखा है और अब यहां की जनता कानून का राज भी देख रही है। जिन नगरों को यूपी का छोटा और पिछड़ा शहर कहा जाता था, जिन्हें कोई पूछने वाला नहीं था। आज वहां तेजी से विकास हो रहा है, उद्योग स्थापित हो रहे हैं। हमारी सरकार जनकल्याण की योजनाओं को मेट्रो शहरों से आगे बढ़ाकर छोटे शहर और गांव देहात तक ले आई है। हम आधुनिक इन्फ्रास्ट्रक्चर के काम को छोटे-छोटे शहरों तक ले जा रहे हैं। छोटे शहर भी अच्छे एयरपोर्ट और हाईवे के उतने ही हकदार हैं, जितने की बड़े मेट्रो शहर।
जो प्लानिंग 30 साल पहले होनी चाहिए थी वह नहीं हुई
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत में शहरीकरण की जो प्लानिंग 30 साल पहले होनी चाहिए थी वह नहीं हुई। उन्होंने कहा कि हम टियर 2 और टियर 3 सिटी के रूप में अर्बनाइजेशन को आगे बढ़ा रहे हैं। सबका साथ सबका विकास का यही विजन डबल इंजन सरकार का मूल मंत्र है। बढ़ती कनेक्टिविटी पूर्वांचल के किसानों, नौजवानों और उद्यमियों के लिए सुनहरा भविष्य लिखने जा रही है।
पहले चीनी मिलों को कौड़ियों के दाम बेचा जाता था
प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार की प्राथमिकता है कि कसानों को उनकी उपज का सही दाम मिले। गन्ना किसानों के लिए भी इस साल लाभकारी मूल्य में आठ प्रतिशत की वृद्धि की गई है। अब गन्ने का लाभकारी मूल्य 315 से बढ़कर 340 प्रति क्विंटल हो गया है। आजमगढ़ तो गन्ना बेल्ट में गिना जाता है। सबको याद है कि इसी यूपी में पहले जो लोग सरकार चलाते थे वो किसानों को कैसे तरसाते और रुलाते थे। पैसा तरसा तरसा कर दिया जाता था, कभी कभी तो मिलता भी नहीं था। चीनी मिलों को कौड़ियों के दाम बेचा जाता था। भाजपा सरकार ने गन्ना किसानों का हजारों करोड़ का बकाया खत्म कराया है। गन्ना किसानों को सही समय पर सही मूल्य मिल रहा है। गन्ना किसानों के लिए सरकार ने और भी कई क्षेत्रों में बल दिया है। गन्ने से इथेनॉल और पराली से बॉयोगैस बनाई जा रही है।
यहां की छवि खराब करने में कोई कमी नहीं की गई
प्रधानमंत्री ने बताया कि पीएम किसान सम्मान निधि का लाभ भी आजमगढ़ के किसानों को मिला है। अकेले आजमगढ़ के करीब 8 लाख किसानों को पीएम किसान सम्मान निधि के 2000 करोड़ रुपए मिले हैं। इतने बड़े स्तर पर विकास की इतनी तेज रफ्तार तभी मुमकिन होती है जब सरकार सही नियत और ईमानदारी से काम करती है। भ्रष्टाचार में डूबी और परिवारवादी सरकारों में इतने बड़े पैमाने पर विकास कार्य असंभव था। उन्होंने कहा कि पिछली सरकारों में आजमगढ़ और पूर्वांचल ने पिछड़ेपन की तकलीफ ही नहीं उठाई, बल्कि उस दौर में यहां की छवि खराब करने में कोई कमी नहीं की गई। जिस तरह पहले की सरकारों में आतंक और बाहुबल को संरक्षण दिया गया, वो पूरे देश ने देखा है। इस परिस्थिति को बदलने और यहां के युवाओं को नये अवसर देने के लिए डबल इंजन सरकार लगातार काम कर रही है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि आजमगढ़ के युवाओं के लिए विश्वविद्यालय का शुभारंभ किया गया। अब हमारे युवाओं का बनारस, गोरखपुर और प्रयागराज नहीं जाना पड़ेगा। बच्चों को दूसरे शहर में भेजने पर मां बाप पर जो आर्थिक बोझ पड़ता था अब वो भी खत्म हो जाएगा।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य, बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष और एमएलसी भूपेन्द्र चौधरी सहित प्रदेश सरकार के मंत्रीगण, सांसद और विधायकगण मौजूद रहे।
इन महत्वपूर्ण परियोजनाओं का हुआ लोकार्पण और शिलान्यास
– ₹3,628 करोड़ से उत्तर प्रदेश के आजमगढ़, श्रावस्ती, मुरादाबाद, चित्रकूट एवं अलीगढ़ एयरपोर्ट तथा चौधरी चरण सिंह इंटरनेशनल एयरपोर्ट, लखनऊ के नवीन टर्मिनल का हुआ लोकार्पण।
– ₹108 करोड़ से महाराजा सुहेल देव राज्य विश्वविद्यालय का लोकार्पण।
– 11,500 करोड़ की 5 एनएच परियोजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास।
– प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के अंतर्गत 59 जनपदों में ₹3,702 करोड़ से 744 सड़कों (5,342 किमी) का लोकार्पण।
– जबलपुर, ग्वालियर, पुणे, कोल्हापुर, दिल्ली और आदमपुर एयरपोर्ट पर नये टर्मिनल भवन का उद्घाटन।
– ₹8,176 करोड़ की 12 रेल परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास।
– नमामि गंगे के अंतर्गत ₹1,114 करोड़ की 3 सीवरेज परियोजनाओं का उद्घाटन।
– ₹131 करोड़ की लागत से 47827 वर्गमीटर में 13 मंजिल वाले चार टावर लाइट हाउस परियोजना के अंतर्गत लखनऊ में 1,040 फ्लैट का लोकार्पण।