रिपोर्ट बबलू सेंगर
Jalaun news today । जालौन नगर तथा क्षेत्र में स्थापित सभी देवी प्रतिमाओं को द्वारिकाधीश मंदिर के प्रांगण में एकत्रित कर नगर के विभिन्न रास्तों से निकाला गया। जिससे पूरा नगर जय माता दी के जयकारों से गूंज रहा था। महिलाऐं और नवयुवक बैंड बाजों की धुनों पर सड़कों पर थिरकते हुए निकल रहे थे। समाजसेवीजनों ने जगह-जगह पानी, शर्बत पिलाकर शोभा यात्रा में चल रहे भक्तों का गला तर किया। इसके अलावा भंडारे का भी आयोजन किया गया। इसके बाद देवी विसर्जन का जुलूस ग्राम नारायणपुरा के पास स्थित तालाब में विसर्जन के लिए रवाना हुआ।
नगर तथा ग्रामीण क्षेत्रों में स्थापित सभी मूर्तियों को सर्वप्रथम नगर के बीचों बीच स्थित द्वारिकाधीश मंदिर के प्रांगण में एकत्रित किया गया। जहां नवदुर्गा समिति द्वारा प्रत्येक को क्रमांक वितरित कर उसी क्रम में चलने को भी कहा गया। देवीजी शोभायात्रा द्वारिकाधाीश मंदिर से प्रारंभ हुई जो झंडा चौराहा, बस स्टैंड, तहसील रोड से कोतवाली रोड होते हुए देवनगर चौराहे से डाकघर, कांजी हाउस, पानी की टंकी, सब्जी मंडी, छोटी माता मंदिर होते हुए सहावनाका से सीधे ग्राम लौना के पास स्थित तालाब में विसर्जन के लिए रवाना हुई। पूरे नगर में शोभा यात्रा के दौरान अबीर, गुलाल एवं प्रसाद वितरण किया गया। इस मौके पर जयमाता दी के जयकारों से पूरा नगर गूंज रहा था।
कई देवीभक्त डीजे पर बज रहे देवी गीतों पर जमकर ठुमके लगा रहे थे। तो वहीं नवदुर्गा समिति के कार्यकर्ताओं ने शोभा-यात्रा के दौरान सुरक्षा व्यवस्था व शांति व्यवस्था बनाए रखने में पूर्ण सहयोग किया। एसडीएम विनय मौर्य, सीओ शैलेंद्र बाजपेई, कोतवाल वीरेंद्र पटेल, इंस्पेक्टर क्राइम जगदंबा प्रसाद दुबे शांति व्यवस्था की कमान संभाले हुए थे। देवी प्रतिमाओं के विसर्जन में ब्लॉक प्रमुख रामराजा निरंजन, जालौन सेवा समिति के अध्यक्ष रामशरण विश्वकर्मा, पुनीत मित्तल, पुष्पेंद्र सिंह यादव, सोनू चौहान, महेंद्र पाटकर, लालन ताम्रकार आदि मौजूद रहे।