Jalaun news today । जालौन क्षेत्र में घाटे वाली माता के पास बने रपटा के साथ ही क्षेत्रीय ग्राम महिया, सींगपुरा आदि के रास्ते में पानी मलंगा के रपटा के ऊपर से बह रहा है। रपटा पर पानी बहनें के कारण ग्रामीणों व भक्तों के साथ ही किसान को भी खेत में पर नहीं जा पा रहे हैं।
औरैया मार्ग चुंगी नंबर चार से बिरिया खेड़ा मौजा में जाने के लिए बहते मलंगा नाले पर पुराना रपटा पुल बना था। इस पुल के माध्यम से किसान व भक्त मलंगा नाला पार करते थे। घाटे वाली माता मंदिर के पास बने रपटा पर नगर पालिका द्वारा इस वर्ष उच्चीकरण किया गया है। उच्चीकरण के नाम पर पहले से बने रपटा के ऊपर कम चौड़े पाइप डाल दिए गए हैं। रपटा के ऊपर बने पिलरों के बीच लोहे की जंजीर आदि नहीं लगाए गए हैं। अभी हाल ही में डाले गए पाइपों में सिल्ट जमा होने से पानी की निकासी नहीं हो पा रही है। पानी की निकासी न हो पाने के रपटा के ऊपर पानी बह रहा है। रपटा के ऊपर पानी बहनें के किसान फसलों को देखने नहीं जा पा रहे हैं। वहीं नगर प्रसिद्ध व सबसे प्राचीन श्रीहनुमान जी के मंदिर श्रीबिरिया खेड़ा हनुमानजी मंदिर भी भक्त नहीं पहुंच पा रहे हैं। बुढ़वा मंगलवार आने वाला है। ऐसे में भक्तों का मंदिर में जाना बंद होने के कारण लोगों में नाराजगी है। मंदिर के पुजारी ननकू महाराज ने बताया कि पिछले लगभग 20 दिन से रपटा पर पानी बह रहा है। पहले कम था, अब अधिक पानी होने के कारण भक्त मंदिर नहीं पहुंच पा रहे हैं। जबकि बुढ़वा मंगल को धार्मिक आयोजन होना प्रस्तावित है। उधर, क्षेत्रीय ग्राम महिया, सींगपुरा, भदवां आदि के लिए भी प्रतापपुरा गांव के पास बने रपटा पुल से होकर लोग निकलते हैं। इस पुल के ऊपर से भी पानी बहने से लोगों का आना जाना बंद हो गया है। लोगों को मजबूरी में 10 से 15 किमी तक चक्कर लगाकर सहाव और जगनेवा पुल से होकर तहसील मुख्यालय आना पड़ रहा है। गांव के रमाकांत, दुर्गाप्रसाद, उदयवीर, रामनारायण, सुंदर सिंह, उदल, बनवारी लाल, बच्चू सिंह आदि ने रपटा पुल को ऊंचा कराने की मांग की है।