(रिपोर्ट – बबलू सेंगर)

Jalaun news today । जालौन नगर में बनी महान व्यक्तियों की प्रतिमाओं की रंगाई पुताई कराए जाने की मांग समाजसेवियों ने नगर पालिकाध्यक्ष से की है।
समाजसेवी विपुल दीक्षित, वैभव अग्रवाल, अफजाल, प्रतीकांत, अक्षत, जाकिर आदि ने नगर पालिका ईओ से मांग की है कि नगर में बस स्टैंड स्थित गांधी स्मारक पर लगी गांधीजी मूर्ति, चौकी स्थित पार्क में लगी अमर शहीद चंद्रशेखर आजाद एवं लक्ष्मीबाई पार्क में लगी रानी लक्ष्मीबाई की मूर्तियों सहित नगर में अन्य जगहों पर भी महान व्यक्तियों की मूर्तियां लगी हुई है। समाजसेवियों का कहना है कि कुछ दिन बाद गणतंत्र दिवस का राष्ट्रीय पर्व आ रहा है। ऐसे में मूर्तियों की उपेक्षा नहीं की जानी चाहिए। समय के साथ इस मूर्तियों की सुंदरता प्रभावित होती है। ऐसे में आवश्यक है कि इन महापुरूषों को उचित सम्मान देते हुए गणतंत्र दिवस के पर्व से पूर्व इन मूर्तियों की रंगाई पुताई करा दी जाए। ताकि लोगों में अच्छा संदेश जाए और इन मूर्तियों को भी उचित सम्मान मिल सके।
दिव्यांग वृद्धा विधवा पेंशन की राशि बढ़ाने की मांग
जालौन। दिव्यांग, वृद्धा व विधवा पेंशन की धनराशि को बढ़ाकर 5 हजार रुपये प्रतिमाह किए जाने के लिए समाजसेवी ने राष्ट्रपति को पत्र लिखा।
समाजसेवी देवीदयाल वर्मा ने राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू को पत्र भेजकर लिखा कि भारत के लगभग सभी राज्यों में वृद्धजनों, दिव्यांगों एवं विधवा महिलाओं को उनके भरण पोषण के लिए पेंशन दिए जाने का प्रावधान है। लेकिन वर्तमान में जो पेंशन की धनराशि दी जा रही है। वह एक तरह से मजाक ही है। प्रदेश सरकार ने पेंशन धनराशि को एक हजार रुपये दिए जाने का प्रावधान किया है। लेकिन आज के मंहगाई वाले युग में एक हजार रुपये में भरण पोषण होना मुश्किल है। इस मंहगाई के दौरान में कोई निराश्रित, बुजुर्ग अथवा विधवा कैसे एक हजार रुपये प्रतिमाह में अपना जीवन यापन कर सकता है यह सोचनीय है। इसलिए यह जरूरी है कि तार्किक रूप से भरण पोषण लायक पेंशन का प्रावधान किया जाए। ताकि पेंशनधारक आसानी से अपना भरण पोषण कर सके। उन्होंने राजनैतिक पेंशन के समान ही अथवा कम से कम 5 हजार रुपये प्रतिमाह पेंशन दिलाए जाने की मांग राष्ट्रपति से की है।
