Lucknow news today । यूपी की राजधानी लखनऊ में मंगलवार को उत्तरप्रदेश वाणिज्य कर अधिकारी सेवा संघ और उत्तरप्रदेश वाणिज्य कर अधिकारी संघ के द्विवार्षिक अधिवेशन का शुभारंभ उत्तरप्रदेश के वित्त एवं संसदीय कार्य मंत्री सुरेश कुमार खन्ना द्वारा द्वीप प्रज्वल्लित कर किया गया। इस अवसर पर संघ के अध्यक्ष दिव्येन्द्र शेखर गौतम और कपिलदेव तिवारी द्वारा मंत्री को मांग पत्र सौंपा गया । मांग पत्र में सबसे ज़्यादा फोकस कैडर प्रबंधन पर रहा। इसके अलावा समयबद्ध नियमानुसार स्थानान्तरण,ज़्यादा संख्या में मीटिंग और स्टेटमेंट के संबंध में माँग रखी गई।
अधिवेशन को संबोधित करते हुए वित्तमंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने कहा कि वाणिज्य कर विभाग सरकार का महत्वपूर्ण विभाग है जोकि साठ प्रतिशत से अधिक राजस्व सरकार को देता है। उन्होंने कहा कि पूरी सत्यनिष्ठा से सरकार द्वारा निर्धारित लक्ष्य प्राप्त किये जाने चाहिए और इस क्रम में किसी भी व्यापारी का उत्पीड़न नहीं होना चाहिए। व्यापारी के प्रति हमे संवेदनशील होना चाहिए । उन्होंने कहा कि मुझे पूरा विश्वास है कि दो दिन के अधिवेशन में राजस्व बढ़ाने के उपायों पर विमर्श होगा। मंत्री जी ने कहा कि हम अधिकारियों के कैडर सहित अन्य मांगों पर विचार कर रहे हैं। अधिकारियो को निर्देश दिए जाएं कि अत्यधिक मीटिंग स्टेटमेंट ना करके अधिकारियों को राजस्व के काम मे लगाया जाए।संघ की पत्रिका समवेत का विमोचन भी मंत्री द्वारा किया गया ।अंत मे संघ की ओर से माननीय मंत्री राम मंदिर का स्मृति चिन्ह भेंट किया गया । इसके बाद दोपहर में वाणिज्य कर न्यायाधिकरण के अध्यक्ष रणधीर सिंह का सम्मान किया गया और उनके द्वारा भी आशीर्वचन दिया गया।
द्वितीय सत्र का शुभारंभ राज्य कर आयुक्त डॉ नितिन बंसल द्वारा किया गया। संघ द्वारा आयुक्त डॉ नितिन बंसल के समक्ष भी माँग पत्र रखा गया । आयुक्त डॉ नितिन बंसल ने अपने संबोधन में कहा कि टैक्स सिस्टम बहुत तेजी से बदल रहा है हमे उसी के अनुरुप स्वयं को ढालना होगा । राजस्व प्राप्ति के प्रयास करने होंगे। अगर हम बेहतर माहौल देंगे तो बेहतर व्यवसाय होगा और फिर निश्चित रूप से बेहतर राजस्व मिलेगा।
अंत मे शाम को सूक्ष्म सांस्कृतिक कार्यक्रम के साथ आज के सत्र की समाप्ति हो गई। मंच संचालन शेफाली दीक्षित, जीशान अफ़ज़ल और कमल पांडेय ने किया। अंत मे महासचिव प्रदीप पटेल ने सभी आगंतुकों और सदस्यों का धन्यवाद ज्ञापित किया। कल अधिवेशन के दूसरे दिन नई कार्यकरिनिनके गठन किया जाएगा।