(रिपोर्ट – बबलू सेंगर)

Jalaun news today । नगर में पोलिथिन बंदी का असर धीरे धीरे बेअसर होता नजर आ रहा है। नगर में दुकानदार धडल्ले से प्रतिबंधित पोलिथिनों का प्रयोग कर रहे हैं। इसके बाद भी जिम्मेदार मूकदर्शक बने हुए हैं।
पर्यावरण के लिये खतरा बनी पोलिथिन पर न्यायालय द्वारा 2018 में रोक लगा चुकी है तथा इसे बंद हुए 5 वर्ष बीतने को है। न्यायालय द्वारा रोक लगाने के बाद नगर पालिका प्रशासन ने सख्ती दिखाई थी तथा बाजार में घूम कर पोलिथिन का प्रयोग करने वाले दुकानदारों के खिलाफ अभियान चलाकर अर्थ दंड वसूल किया गया। समय के साथ नगर पालिका परिषद के जिम्मेदार न्यायालय के इस निर्णय को भी भूलने लगा है।

बाजार में अधिकांश दुकानदार पोलिथिन का प्रयोग कर रहे हैं। खुले आम बाजार में पोलिथिन की बिक्री व प्रयोग हो रहा है। बिजलीघर पर मूंगफली वाले पोलिथिन का खुलेआम प्रर्दशन कर रहे तथा एक बार अर्थ दंड लगने के बाद भी पोलिथिन वैग का प्रयोग कर रहे हैं। फल, सब्जी, किराना, रेडीमेड कपड़े, जनरल स्टाफ, होटल, कन्फेक्सनरी आदि कई दुकानों पर इनका प्रयोग हो रहा है। पर्यावरण प्रदूषण के लिये खतरा बनी पोलिथिन नगर की सफाई व्यवस्था के लिये भी नासूर बन गयी है। इनकी बजय से नाले नालियां बंद हो जाती है जिससे पानी की निकासी प्रभावित होती है। सफाई निरीक्षक देवेन्द्र सिंह कहते हैं कि समय समय पर पोलिथिन के अभियान चलाया जाता है तथा दुकानदारों पर अर्थ दंड वसूल किया जाता है अब मेला के बाद फिर अभियान शुरू किया जायेगा।

