रिपोर्ट बबलू सेंगर

Jalaun news today । जालौन नगर की रामलीला भवन में चल रहे 176वें महोत्सव में विभीषण के भगवान श्रीराम के शरण में जाने, सेतुबंध और अंगद-रावण संवाद की लीला का मंचन किया गया। रावण अंगद के बीच हुए चुटीले संवाद का भरपूर आनंद श्रोताओं ने उठाया।
दृश्य की शुरूआत समुद्र किनारे राम की सेना के जमावड़े से हुई। राम सेना समुद्र से आगे जाने का रास्ता तलाश रही होती है। उधर, रावण दरबार में विभीषण राम से युद्ध न करने की सलाह देता है, लेकिन रावण उसे लात मारकर बाहर निकाल देता है। यहां से विभीषण निकलकर राम की शरण में जा पहुंचता है। विभीषण को श्रीराम लंका का राजा घोषित कर देते हैं। इस दौरान उपस्थित श्रद्धालु श्रीराम के जयकारे लगाते हैं। दूसरे दृश्य में रावण के भव्य दरबार में अंगद पहुंचते हैं। अंगद धर्मदृष्टि का हवाला देते हुए रावण को युद्ध न करने की नसीहत देते हैं, लेकिन रावण तर्क-वितर्क शुरू कर देता है। दोनों के बीच चुटीले संवाद आरंभ हो जाते हैं। इनका दर्शक भरपूर लुत्फ उठाते हैं। आखिर में अंगद चेतावनी देकर चले जाते हैं। कार्यक्रम में श्रीराम की भूमिका में संतोष दुबे, लक्ष्मण गणेश दुबे, हनुमान संतोष महाराज, विभीषण रमेश दुबे, अगंद उमेश दुबे, रावण प्रहलाद, मंदोदरी तितली रानी, समुद्र विजय पाल, सुग्रीव श्याम जादौन ने अभिनव कर तालियां बटोरी।
कुम्भकर्ण मेघनाद वध कल
-जालौन। श्रीरामलीला के 176वें मंचन में 11 अक्टूबर दिन शुक्रवार को कुंभकरण, मेघनाद व अहिरावण वध की लीला का मंचन किया जाएगा। यह जानकारी मंत्री पवन चतुर्वेदी ने दी है।
