अधीक्षक पर अवकाश नहीं देने का लगाया आरोप
जेल प्रशासन ने आरोप को सिरे से नकारा
( राकेश यादव)
UP news today । कारागार विभाग के अधिकारी अपने मातहत सुरक्षाकर्मियों को शोषण करने से बाज नहीं आ रहे है। इस शोषण के चलते अवकाश नहीं देने पर एक जेल वार्डर की मौत हो गई। साथी बार्डर की मौत से आक्रोशित वार्डरों का आरोप है कि जेल में सुरक्षाकर्मियों का जमकर उत्पीड़न किया जा रहा है जेल सुरक्षाकर्मियों से जेल के बजाए घरों पर काम कराया जा रहा है जेल अधीक्षक बंदीरक्षकों के साथ अभद्रता करने के साथ अपशब्दों का भी इस्तेमाल करते है।
मामला फतेहगढ़ जिला जेल का है। जेल मे तैनात बंदीरक्षक जगदीश प्रसाद को बुधवार को सीने में दर्द हुआ। जेल स्टाफ और परिजन उन्हे उपचार के लिए अस्पताल ले गए। जहां डॉक्टर ने उन्हें जांच कराने के लिए लिखा। जांच के दौरान ही उनकी हालत बिगड़ गई। इसके बाद उन्हें लोहिया अस्पताल ले जाया गया। जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। मौत की सूचना मिलते ही करीब दो दर्जन से अधिक बंदीरक्षको में अस्पताल पहुंचकर हंगामा शुरू कर दिया।
आक्रोशित बंदीरक्षकों का आरोप है कि तबियत खराब होने पर बंदीरक्षक जगदीश प्रसाद एप्लीकेशन लेकर अवकाश के लिए अधीक्षक के पास गया। अधीक्षक ने बार्डर को अवकाश देने से मना कर दिया समय पर उपचार नहीं मिलने की वजह से बार्डर की मौत हो गई। वार्डरों का आरोप है की अधीक्षक अत्याचार कर रहे है। वार्डरों से जेल में ड्यूटी लेने के बजाय घरों पर काम कराया जा रहा है।
एक वार्डर का आरोप है कि उसकी मां कैंसर से पीड़ित थी। उपचार के लिए छुट्टी मांगी लेकिन दी नहीं गईं। मां की मौत होने पर अवकाश दिया गया। एक बार्डर ने कहा कि गंभीर रूप से बीमार होने पर बहानेबाजी का आरोप लगाया जाता है। वार्डेरो का आरोप की अधीक्षक मातहत कर्मियों के साथ गाली गलौज तक करते है। इससे वार्डेरो में खासा आक्रोश व्याप्त है। उधर इस संबंध में जब जेल अधीक्षक भीमसेन मुकुंद से बात करने का प्रयास किया गया तो उनका फोन नहीं उठा। जेलर अखिलेश कुमार ने वार्डर जगदीश प्रसाद की मौत की पुष्टि करते हुए बताया वह अवकाश मांगने आया ही नहीं था। उन्होंने लगाए गए आरोपों को सिरे से नकार दिया।
डीजी जेल ने मांगी घटना को रिपोर्ट
फतेहगढ़ जेल के वार्डर की मौत के मामले को महानिदेशक कारगार ने गंभीरता से लिया है। उन्होंने जेल प्रशासन से मामले की रिपोर्ट तलब की है। जेल मुख्यालय के जनसंपर्क अधिकारी ने बताया कि मामला संज्ञान में आते ही डीजी जेल रिपोर्ट तलब की है। इसमें यदि कोई दोषी पाया गया तो उसके खिलाफ कड़ी कार्यवाही की जाएगी।