Jalaun news today । न्यायालय अपर सिविल जज (जूडि) में पीठासीन अधिकारी के स्थानांतरण के बाद से पद रिक्त है। पद रिक्त होने के कारण न्यायालय में विचाराधीन मामले की सुनवाई प्रभावित हो रही और न्याय प्रक्रिया प्रभावित हो रही है। बुंदेलखंड एडवोकेट बार एसोसिएशन मुसिंफ कोर्ट के अध्यक्ष के नेतृत्व में अधिवक्ताओं ने जनपद न्यायाधीश को मांग पत्र भेजकर पीठासीन अधिकारी की नियुक्ति की मांग की है।
बुदेलखंड एडवोकेट बार एशोसिएशन मुसिंफ कोर्ट के अध्यक्ष जंगबहादुर सिंह समेत सचिव राघवेंद्र मोहन, रमेशचंद्र जाटव, सतीशचंद्र, बृजमोहन कुशवाहा, दीनबंधु निरंजन, चंद्रकिशोर दुबे, कमलसिंह कुशवाहा, साहुल त्रिपाठी आदि धिवक्ताओं ने एक मांग पत्र जनपद न्यायाधीश को भेजा है जिसके माध्यम से उन्होंने बताया कि नगर में स्थापित न्यायालय अपर सिविल जज (जूडि) में तहसील जालौन व माधौगढ समेत 6 थानों के मामले सुने जाते हैं। इस न्यायालय में इस समय लगभग 10 फौजदारी और करीब पांच हजार के आसपास दीवानी के मामले विचाराधीन है। न्यायालय में नियुक्त पीठासीन अधिकारी का पिछले माह स्थानांतरण हो गया था। उन्होंने लगभग 10 दिन पूर्व पदभार छोड़ दिया है। पीठासीन अधिकारी के चले जाने के बाद न्यायालय में विचाराधीन मामलों को न्यायिक अधिकारी द्वारा सुनवाई कर पाना मुश्किल है। विचाराधीन मामलों की संख्या को देखते हुए जनहित में न्यायालय में पीठासीन अधिकारी की नियुक्ति के लिए आवश्यक विधिक कार्यवाही अमल में लाई जाए। ताकि लोगों को न्याय मिलने में देरी न हो सके और न्यायिक प्रक्रिया सुचारू चलती रहे।