एसएम अरशद/दिव्य नौटियाल
पिछले साल विश्व कप के फाइनल में हार के बाद ये लग रहा था आने वाले दिनों में भारतीय टीम में बदलाव देखने को मिलेगा। सीनियर खिलाडिय़ों के बजाये बीसीसीआई युवाओं पर जोर देगा, इसको लेकर बोर्ड में ही मंथन चल रहा है।
दरअसल क्रिकेट के सबसे छोटे फॉर्मेट टी-20 में टीम इंडिया कैसी होगी, इसको लेकर कई तरह के कयास लगाये जा रहे थे। कहा जा रहा था कि नये खिलाडिय़ों को मौका दिया जाना चाहिए। इतना ही नहीं रोहित शर्मा और विराट कोहली जैसे सीनियर खिलाडिय़ों की क्रिकेट के छोटे फॉर्मेट से छुट्टी करने की तैयारी चल रही थी।
अभी हाल में टी-20 सीरीज में दोनों को बाहर रखा गया था तब लग रहा था कि बीसीसीआई टी20 विश्व कप के लिए एक अलग टीम तैयार करना चाहता है लेकिन कल ही अफगानिस्तान के खिलाफ टी-20 टीम में रोहित शर्मा और विराट कोहली दोनों को शामिल किया गया है। टीम की कमान रोहित शर्मा के हाथों में जबकि संजू सैमसन को मौका दिया गया है। रोहित और विराट की वापसी से एक बात तो साफ होती हुई नजर आ रही है कि दोनों ही खिलाड़ी अभी क्रिकेट के तीनों फॉर्मेट में खेलते हुए नजर आयेगे।
टी-20 विश्व कप को ध्यान में रखकर अफगानिस्तान जैसी कमजोर टीम के खिलाफ भी भारत ने मजबूत टीम उतारने का फैसला किया है। इसका मतलब है कि इस साल होने वाले टी-20 विश्व कप के लिए अभी से टीम को तैयार करना है। हालांकि बीसीसीआई के पास ज्यादा विकल्प नहीं है क्योंकि उसने टी-20 टीम में कप्तान से लेकर टीम में लगातार बदलाव किया है। हालात तो ऐसी रही है कि हर सीरीज में एक अलग कप्तान देखने को मिला है।
हार्दिक पांड्या और सूर्यकुमार यादव चोट ने भी बीसीसीआई की मुश्किलें जरूर बढ़ा दी है। अफगानिस्तान के बीच 3 टी-20 मैचों की सीरीज के लिए दोनों खिलाडिय़ों को बाहर रखा गया है जबकि टीम में बतौर विकेटकीपर संजू सैमसन और जितेश शर्मा को जगह दी गई है। रोहित शर्मा और विराट पिछले एक साल से टी-20 क्रिकेट से बाहर है लेकिन अब उनकी वापसी एक बात साफ हो गई है कि टी-20 विश्व कप को लेकर बीसीसीआई अब ज्यादा बदलाव करने के मूड में नहीं है।