(रिपोर्ट – बबलू सेंगर)
Jalaun news today । स्कूल परिसर को तंबाकू मुक्त बनाएं। बच्चों और उनके अभिभावकों को तंबाकू सेवन न करने के लिए प्रेरित करें और उन्हें जागरूक करें। यह बात तंबाकू नियंत्रण इकाई की जनपदीय सलाहकार तृप्ति यादव ने बीआरसी भिटारा पर आयोजित एक दिवसीय स्टेक होल्डर्स प्रशिक्षण में कही।
राष्ट्रीय तंबाकू नियंत्रण कार्यक्रम के अंतर्गत जिला तंबाकू नियंत्रण सेल के तत्वावधान में बीआरसी भिटारा में एक दिवसीय स्टेक होल्डर्स प्रशिक्षण का आयोजन किया गया। प्रशिक्षण कार्यक्रम में तंबाकू नियंत्रण इकाई की जनपदीय सलाहकार तृप्ति यादव ने उपस्थित शिक्षकों से कहा कि स्कूलों की जिम्मेदारी है कि वह विद्यालय परिसर को तंबाकू मुक्त बनाए। इसके लिए न तो स्वयं तंबाकू का सेवन करें और न ही किसी और को करने दें। स्कूलों में होने वाली प्रार्थनासभा में बच्चों को तंबाकू के नुकसान से अवगत कराएं। इसके अलावा उनके बीच भाषण, निबंध आदि प्रतियोगिताएं भी आयोजित कराई जा सकती हैं। बच्चों को प्रेरित करें कि वह अपने परिवार के लोगों को भी तंबाकू से होने वाले नुकसान के बारे में अवगत कराए। स्कूलों में शिक्षकों के बीच भी हर माह तंबाकू नियंत्रण को लेकर बैठक हो। इसके अलावा सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म का भी उपयोग किया जा सकता है। सोशल वर्कर दिनेश कुमार ने कहा कि शैक्षणिक संस्थानों के अंदर सभी प्रमुख स्थानों पर तंबाकू मुक्त शिक्षण संस्थान एवं धूम्रपान रहित क्षेत्रों के बोर्ड लगवाएं और शिक्षण संस्थानों में तंबाकू की थूक के धब्बे, सिगरेट, बीड़ी, गुटखे के पाउच आदि के टुकड़े नहीं मिलने चाहिए। शिक्षण संस्थान की बाउंड्रीवाल के बाहर 100 गज पर यलो लाइन बनाकर तंबाकू मुक्त क्षेत्र घोषित किया जाए। जिला अस्पताल में तंबाकू नियंत्रण कक्ष के काउंसलर महेश कुमार ने कहा कि तंबाकू की लत छुड़ाने के लिए जिला अस्पताल में काउंसलिंग की जाती है। जो जिला अस्पताल में बिल्कुल मुफ्त होती है। अंत में तंबाकू मुक्त जिला बनाने की शपथ भी दिलाई गई। इस मौके पर बृह्मनंद, भानूप्रताप, अजय सिंह, रश्मि सिंह, नेहा पुरवार, पूजा दीक्षित आदि मौजूद रहे।