घटस्थापना के शुभ मुहूर्त व विधि
(Jyotishacharya Dr Umashankar mishr)
Navratra । नवरात्रि हिंदुओं के प्रमुख त्योहारों में से एक है, नवरात्रि को पूरे देश में धूमधाम के साथ मनाया जाता है। मां दुर्गा जी की उपासना के नौ दिन भक्तों के लिए बेहद खास होते हैं। इन दिनों में मां दुर्गा के अलग-अलग स्वरूपों की पूजा की जाती है। कई भक्त नवरात्रि के नौ दिन व्रत रखते हैं तो कई पहला और आखिरी रखकर मां दुर्गा की उपासना करते हैं नवरात्रि के दौरान मां दुर्गा जी की विधि-विधान से पूजा करने से कई गुणा आशीर्वाद प्राप्त होता है। इस वर्ष चैत्र नवरात्रि 9 अप्रैल से शुरू होकर 17 अप्रैल तक रहेंगे।
इस बार अश्व होगी मां की सवारी:- इस वर्ष चैत्र नवरात्रि मंगलवार के दिन से शुरु हो रहे हैं, इसलिए मां की सवारी अश्व यानी घोड़ा मानी जाएगी। शास्त्रों में मां दुर्गा का अश्व पर आना गंभीर माना जाता है। भागवत पुराण के अनुसार, नवरात्रि पर मां दुर्गा जब घोड़े की सवारी करते हुए आती हैं तो इसका असर प्रकृति, देश आदि पर देखने को मिलता है।
घटस्थापना का शुभ मुहूर्त:- दिन- मंगलवार प्रतिपदा तिथि, 9 अप्रैल 2024 शुभ मुहूर्त- सुबह 06 बजकर 10 मिनट से सुबह 10 बजकर 50 मिनट तक।
घटस्थापना का दूसरा शुभ मुहूर्त:- सुबह 11 बजकर 30 मिनट से सायं 3 बजकर 45 मिनट तक।
नवरात्रि घटस्थापना पूजा विधि:- मिट्टी को चौड़े मुंह वाले बर्तन में रखें और उसमें सप्तधान्य बोएं। अब उसके ऊपर कलश में जल भरें और उसके ऊपरी भाग (गर्दन) में कलावा बांधें। आम या अशोक के पत्तों को कलश के ऊपर रखें। नारियल में कलावा लपेटे। उसके बाद नारियल को लाल कपड़े में लपेटकर कलश के ऊपर और पत्तों के मध्य रखें। घटस्थापना पूरी होने के पश्चात् मां दुर्गा जी का आवाहन करते हैं.!! ( ज्योतिषाचार्य डॉ उमाशंकर मिश्रा लखनऊ के प्रसिद्ध हनुमान सेतु मन्दिर के मुख्य पुजारी हैं )