Lucknow news today । देश में होने वाले लोकसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी को मंगलवार को दलित मुस्लिम मोर्चा के भी साथ मिल गया है। इस सम्बंध में ऑल इंडिया दलित मुस्लिम मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष सलाहुद्दीन ‘शीबू’ एडवोकेट ने कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष अजय राय से मिलकर लोकसभा चुनाव 2024 में इंडिया गठबंधन को समर्थन देने का ऐलान किया। इस मौके उत्तर प्रदेश कांग्रेस विधानमंडल दल की नेता आराधना मिश्रा मोना एवं ऑल इंडिया प्रोफेशनल कांग्रेस के जोनल चेयरमैन तारिक सिद्दीकी जी भी मौजूद रहे।
इस अवसर पर अपने संबोधन में उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष पूर्व मंत्री अजय राय ने कहा कि भाजपा के दस सालों के अन्याय काल से देश की पूरी जनता त्रस्त हो चुकी है। हर व्यक्ति अब बदलाव चाहता है, समाज के सभी वर्गों का समर्थन अब इंडिया गठबंधन को है, और सभी को विश्वास है कि राहुल गांधी के नेतृत्व में अब इस देश में जनप्रिय सरकार का गठन होगा।
इस अवसर पर मोर्चा के अध्यक्ष सलाहुद्दीन शीबू ने कहा कि इस समय देश लोकतांत्रिक तानाशाही से गुजर रहा है, अघोषित आपातकाल जैसे हालात हैं, परिस्थितियां चिंताजनक हैं, आम आदमी परेशान है, स्वायत्त निकाय दबाव में काम कर रहे हैं। कुछ सत्ता लोभी लोकतंत्र और संविधान को खत्म करना चाहते हैं। 2024 लोकसभा का चुनाव ऐतिहासिक चुनाव है, जो यह तय करेगा कि देश संविधान से चलेगा या फासीवाद से राहुल गांधी देश के एकमात्र नेता हैं, जो पिछले कई वर्षों से लोकतंत्र व संविधान को बचाने के लिए संघर्षरत हैं। हम आपसी मतभेद तो कभी भी सुलझा सकते हैं, लेकिन जब सवाल राष्ट्र का हो, तो सभी लोगों को मिलकर साझा प्रयास करना चाहिए। लोकतंत्र और संविधान से प्रेम करने वाले सभी देशवासियों का यह कर्तव्य है कि वह इंडिया गठबंधन को वोट देकर राहुल गांधी के हाथों को मजबूत करें। उन्होंने बताया कि मोर्चा के सहयोगी ईसाई संस्थान भी उनके साथ इण्डिया गठबंधन का प्रचार प्रसार करेंगे। इस अवसर पर मोर्चा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अरशद आजमी, राष्ट्रीय महासचिव एजाज अहमद राईनी, राष्ट्रीय सचिव डॉ0 मो0 फरीद खान, प्रदेश महासचिव अनवर आलम, कनेक्ट इण्डिया के मोजिस परमार, अगापे सेवा संस्थान के रूपेश सिंह, सर्वनाउ संस्थान के पॉल रॉबिन्सन, लव एण्ड कम्पैशन सोसाइटी के रवि रोशन लाल, ऑपरेशन मोबिलाइजेशन के प्रबीर एवं रामनिवास, करुणा शर्मा सदस्य कैथेड्रल चर्च, याविनी स्टीफेन उपाध्यक्ष मिलाप तम्बू मुख्य रूप से उपस्थित थे।