बीहड़ांचल के गांवों से ग्रामीणों का पलायन चिंतनीयःराजा बुंदेला
( ब्यूरो रिपोर्ट)
Orai / jalaun news today। पृथक बुंदेलखंड राज्य की मांग लेकर बुंदेलखंड संयुक्त मोर्चा के नेतृत्व में विभिन्न संगठनों द्वारा बुंदेलखंड विकास बोर्ड के उपाध्यक्ष राजा बुंदेला के नेतृत्व में निकाली जा रही पदयात्रा का प्रभाव लोगों पर साफ तौर पर देखने को मिलने लगा है। रविवार को नूरपुर गांव से पदयात्रा की शुरूआत हुई जो टिकावली, पिपरौंधा, महेवा, बैरई, मंगरौल आदि गांवों में पहुंची तो ग्रामीणों ने खुलकर समर्थन दिया। पदयात्रा का नूरपुर, महेवा, मंगरोल में प्रवेश पर भव्य स्वागत किया गया।
इस अवसर पर सिने अभिनेता राजा बुंदेला ने ग्रामीणों को संबोधित करते हुये पृथक बुंदेलखंड राज्य की मांग का महत्व समझाते हुए कहा कि यह बुंदेलखंड के लोगों के भविष्य की लड़ाई है। हम सभी ग्रामीणों को एक साथ मिलकर बुंदेलखंड की लड़ाई लड़नी है। उन्होंने जिले के बीहड़ क्षेत्र से हो रहे पलायन के बारे में चिंता करते हुए कहा कि रोजगार के कम अवसर होने की वजह से लोग पलायन कर रहे है। अब डकैत नहीं बचे पर पेट की वजह से लोगों को घर छोड़कर जाना पड़ रहा है। अलग बुन्देलखण्ड बनेगा तभी ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार के अवसर विकसित होंगे। सात नदियों का पानी बुन्देलखण्ड में होने के बाद भी बुन्देलखण्ड प्यासा है। पदयात्रा का कारवां जैसे-जैसे आगे बढ़ा तो किसानों, युवाओं सहित विभिन्न संगठनों के लोगों ने पदयात्रा में शामिल लोगों का स्वागत किया। इस दौरान वक्ताओं ने कहा कि बुंदेलखंड राज्य अवश्य बनेगा। बुंदेलखंड राज्य बना तो तरक्की के नए मापदंड तय करेगा। शिक्षक नेता अशोक राठौर, डा. आश्रय सिंह यात्रा संयोजक, शिवम चौहान सोनू अध्यक्ष बुन्देली सेना जालौन, सुरेन्द्र पाल सिंह, प्रताप सिंह बुंदेला किसान नेता, दीपक पाण्डेय प्रबंधक रामजी बालिका, कौशल सिंह पूर्व प्रधान मुसमरिया आदि ने भी सभा को संबोधित किया। वक्ताओं ने कहा कि अब उप्र का विभाजन होना ही चाहिए, अब राज्य का बनना आवश्यक है। पूर्व काल में बुंदेलखंड का दो राज्यों में विभाजन कर दिया गया। उसके बाद भी बुंदेलखंड अपने अस्तित्व को बचाये है। यह गौरव और अस्तित्व बचा रहे इसके लिए बुंदेलखंड संयुक्त मोर्चा पृथक बुंदेलखंड के लिए गांव-गांव काम कर रही है। बुंदेलखंड हर बुंदेलखंडी की मांग है। इस पदयात्रा के माध्यम से सरकार तक अपनी बात पहुंचाई जाएगी। अलग राज्य बनने पर बुंदेलखण्ड भारत का मुकुट बनेगा। उन्होंने अन्य संगठनों से भी पदयात्रा से जुड़ने का आह्वान किया। यात्रा में नगर एवं ग्रामीणों ने भारी संख्या में समथर्न दिया और साथ ही साथ ग्राम प्रधानों ने प्रथक बुन्देलखण्ड राज्य निर्माण हेतु राजा बुंदेला को समर्थन पत्र सौंपा। साथ ही मिलने वाला जन समर्थन के प्रति आभार व्यक्त किया। पदयात्रा में राजा बुंदेला के साथ अशोक राठौर शिक्षक नेता, डा.आश्रय सिंह यात्रा संयोजक, शिवम चौहान सोनू अध्यक्ष बुन्देली सेना जालौन, प्रताप सिंह बुंदेला किसान नेता, बीरपाल सिंह ठेकेदार, त्रिभुवन सिंह, पृथ्वीराज सिंह, धमेंर्द्र सिंह पूर्व प्रधान औता, जेंटर सिंह, चंदू सिंह, रामकुमार जादौन, रवि महेवा, मोनू निवहना, गौरव महेवा, विनय महेवा, राजकुमार सिंह, पुष्पेंद्र सिंह, सोनू चौहान हिम्मतपुर, पवनदीप निषाद, अनुराग कठपुरवा,रामवीर सिंह, राघव सिंह, तेजभान सिंह बुंदेला, विकास लखेरा, सत्यम राठौर, उमाशंकर द्विवेदी सहित अनेकों लोग शामिल रहे।
