रिपोर्ट बबलू सेंगर

Jalaun news today । जालौन में विश्व हाईपरटेंशन डे के अवसर पर शनिवार को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सीएचसी में जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर स्वास्थ्य कर्मियों की टीम द्वारा 113 लोगों का रक्तचाप परीक्षण किया गया, जिसमें 18 लोगों में हाईपरटेंशन की पुष्टि हुई।
चिकित्सा अधीक्षक डॉ. कपिल गुप्ता ने बताया कि विश्व हाईपरटेंशन डे हमें यह अवसर देता है कि हम लोगों को इस साइलेंट किलर बीमारी के प्रति सचेत करें। अधिकतर मामलों में मरीज को तब तक कोई लक्षण नहीं दिखते, जब तक स्थिति गंभीर न हो जाए। ऐसे में नियमित जांच और जीवनशैली में सुधार अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने कहा कि तनाव, अत्यधिक नमक का सेवन, धूम्रपान, मद्यपान और व्यायाम की कमी हाईपरटेंशन के प्रमुख कारण हैं। इसे नियंत्रित करने के लिए लोगों को स्वस्थ जीवनशैली अपनाने की आवश्यकता है। डॉ. राजीव दुबे ने बताया कि जागरूकता कार्यक्रम में आए 113 लोगों में से 18 को हाईपरटेंशन की स्थिति में पाया गया। इन सभी को आवश्यक परामर्श, दवा और आगे की जांच के लिए पंजीकृत किया गया है। कार्यक्रम का उद्देश्य लोगों को उच्च रक्तचाप की गंभीरता, उसके लक्षण, रोकथाम और समय पर इलाज के प्रति जागरूक करना था। बताया कि हाईपरटेंशन न केवल हृदय रोगों का कारण बनता है, बल्कि किडनी, आंखों और मस्तिष्क पर भी इसका गंभीर प्रभाव पड़ सकता है। इस दौरान मौजूद लोगों को संतुलित आहार, योग, ध्यान और नशा मुक्त जीवन जीने का संकल्प दिलाया गया। इस मौके पर डॉ. योगेश आर्या, डॉ. विनोद कुमार, डॉ. उमेश, डॉ. पीएन शर्मा, अवधेश राजपूत आदि मौजूद रहे।
