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कारागारों में कट्टन मिलने पर निलंबित हो रहे जेलअफसर ? विभागीय अधिकारियों व कर्मचारियों में बनी चर्चा का विषय,जानिए होता क्या है कट्टन

Jail officers being suspended after finding cuttings in jails became a topic of discussion among departmental officers and employees.

आईपीएस डीआईजी तैनात होने से चौकाने वाली हो रही कार्यवाही

(राकेश यादव)

लखनऊ। प्रदेश की जेल में कट्टन मिलने पर अधिकारी निलंबित किए जा रहे हैं। विभागीय अधिकारी व कर्मचारियों में चर्चा है कि ऐसा तब किया जा रहा जब जेल के अंदर जेल अधिकारी खुलेआम मनमाने दामों पर प्याज, टमाटर, खीरा, ककड़ी, सेब सरीखे की खाद्य सामग्री की बिक्री करवा रहे हैं। जेल में चाकू पूरी तरह से प्रतिबंधित है। बंदी प्याज, टमाटर, खीरा इत्यादि को काटने के लिए चोरी छिपे चम्मच का कट्टन बनाकर इन्हें काटने के लिए इस्तेमाल करते है। कट्टन बरामदगी पर जेल अधिकारी के निलंबन का मामला विभागीय कर्मियो में चर्चा का विषय बना हुआ है। इसको लेकर तमाम तरह के कयास लगाए जा रहे हैं।

मिली जानकारी के मुताबिक पिछले दिनों निरीक्षण की जांच करने प्रयागराज जेल परिक्षेत्र के आईपीएस डीआईजी बांदा जेल पहुंचे। निरीक्षण में प्रदेश की अतिसंवेदनशील बांदा जेल में मुख्तार अंसारी (मृतक) की बैरक से एक चम्मच नुमा कट्टन बरामद हुआ था। जांच में आईपीएस डीआईजी ने तत्कालीन जेलर को निलंबित कर दिया। कट्टन बरामदगी में निलंबित किए गए जेलर के अलावा बरेली जेल में अनाधिकृत मुलाकात के लिए भी जेलर को निलंबित कर दिया गया। अभी तक इन्हें बहाल नहीं किया गया है।

सूत्रों का कहना है प्रदेश की शायद ही ऐसी कोई जेल हो जहां पर कट्टन न हो। जेल में बंदी कट्टन का इस्तेमाल प्याज, टमाटर, खीरा, ककड़ी, सेब काटने के लिए करते है। राजधानी की लखनऊ, गाजियाबाद, आगरा, फतेहगढ़, मैनपुरी, बाराबंकी, हरदोई, बागपत सरीखी कई जेल के अधिकारी कमाई की खातिर जेल के अंदर सलाद की सामग्री के साथ अन्य वस्तुओं की बिक्री करवाकर मोटी रकम वसूल करते हैं। दिलचस्प बात यह है कि जेल अधिकारी कमाई की खातिर मुलाकात के दौरान परिजनों की ओर से लाई गई ऐसी वस्तुओं को प्रतिबंधित होने की बात कहकर वापस करवा देते है और जेल के अंदर वह इसकी खुलेआम बिक्री करवाते है। बाजार से तीन से चार गुने दामों पर इन वस्तुओं को बिकवाकर अधिकारी मालामाल हो रहे हैं, वहीं इन वस्तुओं को काटने के लिए इस्तेमाल होने वाले कट्टन की बरामदगी होने पर अधिकारियों को निलंबित कर दिया जा रहा है। चर्चा है विभाग के आला अफसरों को अधिकारियों को निलंबित करने के बजाए अनाधिकृत तरीके से बेंची जा रही इन वस्तुओं पर रोक लगानी चाहिए।

ऐसे तैयार होता है जेल के अंदर कट्टन

प्रदेश की जेलों में चाकू का प्रवेश पूरी तरह से प्रतिबंधित है। जेल के अंदर बंदी फल और सलाद काटने के लिए खुद ही कट्टन तैयार करते है। कट्टन बनाने के लिए बंदी जेल में मिलने वाली स्टील की थाली, मग, चम्मच के अलावा पाकशाला में इस्तेमाल होने वाले पुड़ी तलने वाली पुनिया, कलछुल तक का प्रयोग करते है। चम्मच को घिसकर, स्टील की थाली को किनारे से काटकर, मग के हैंडिल को तोड़कर चाकू नुमा बना लेते है। इसी से वह फल, सलाद इत्यादि काटते हैं।

पुलिस और जेल की कार्यप्रणाली में काफी भिन्नता

पुलिस और जेल की कार्यप्रणाली में जमीन आसमान का अंतर है। जानकारों का कहना है पुलिस अधिकारियों और सुरक्षाकर्मियों को अपराधियों को पकड़कर दंडित कराए जाने के लिए प्रशिक्षित किया जाता हैं। वहीं जेल अफसरों और वार्डरो को कैदियों और बंदियों को सुधारने के लिए प्रशिक्षित किया जाता है। जेल की कार्यप्रणाली जटिल होने की वजह से अन्य सवर्ग के अधिकारियों को इसको समझ पाना आसान नहीं है।

DIG कारागार ने कही यह बात

उधर इस संबंध में जब डीआईजी जेल मुख्यालय अरविंद कुमार सिंह से बात की गई तो उन्होंने जेलर के निलंबन की बात स्वीकार करते हुए बताया कि आपत्तिजनक वस्तुएं मिलने पर निलंबन को कार्यवाही की गई है। कट्टन बरामदगी पर निलंबन के सवाल पर उन्होंने चुप्पी साध ली।

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