रिपोर्ट बबलू सेंगर

शनिधाम पर भागवत कथा के पहले दिन धूमधाम से निकली कलश यात्रा,,,,
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Jalaun news today । जालौन क्षेत्र के श्रीशनि धाम पर आयोजित नौ कुंडीय श्रीराधा वल्लभ महायज्ञ एवं श्रीमद्भागवत महापुराण के पहले दिन नगर में होकर धूमधाम के साथ कलश यात्रा निकाली गई। सिर पर कलश धारण लिए महिलाएं आकर्षण का केंद्र बनी हुई थीं।

श्रीशनि धाम पर गूढ़ा में नौ कुंडीय श्रीराधा वल्लभ महायज्ञ एवं श्रीमद्भागवत महापुराण का आयोजन किया जा रहा है। सोमवार को धार्मिक कार्यक्रमों के आयोजनों की शुरूआत कलश यात्रा के साथ हुई। कलश यात्रा में शामिल महिलाएं सिर पर कलश धारण कर चल रहीं थीं। नगर के बड़ी माता मंदिर, छोटी माता मंदिर, नाना महाराज मंदिर, फाटक वाले हनुमान मंदिर से डाकघर होते हुए कलश यात्रा गूढ़ा स्थित शनि धाम पर पहुंची। रथ पर सवार कथा व्यास हर्षिता किशोरी का जगह जगह फूलों की वर्षा कर स्वागत किया गया। इससे पूर्व कथा व्यास ने विधिविधान से पूजा अर्चना के बाद कलश यात्रा का शुभारंभ कराया।

कलश यात्रा के दौरान डीजे पर बज रहे भक्तिगीतों की धुन और भक्तों के जयकारे से माहौल भक्तिमय हो गया। इस कलश यात्रा को देखने के लिए सड़कों और अपने घरों की छत से लोगों ने देखकर कार्यक्रम की सफलता को लेकर प्रभु से कामना की। कथा स्थल पर पहुंचने पर कथा व्यास ने कहा कि श्रीमद्भागवत कथा, ऐसी कथा है, जो जीवन के उद्देश्य एवं दिशा को दर्शाती है। इसलिए जहां भी भागवत कथा होती है, इसे सुनने मात्र से वहां का संपूर्ण क्षेत्र दुष्ट प्रवृत्तियों से खत्म होकर सकारात्मक उर्जा से सशक्त हो जाता है।उन्होंने कहा कि कथा की सार्थकता तभी सिद्ध होती है, जब इसे हम अपने जीवन और व्यवहार में धारण करें। श्रीमद्भागवत कथा के श्रावण से जन्म जन्मांतर के विकार नष्ट होकर प्राणी मात्र का लौकिक व आध्यात्मिक विकास होता है। इस मौके पर पुजारी भरत तिवारी, यज्ञाचार्य पंडित मिथलेश महाराज, चंद्रभान मिश्रा, विनीता, प्रेमलता, मिथलेशी, रानी, नीतू, शशिकला, कृष्णा, प्रीति, गार्गी, सुषमा, रूचि आदि मौजूद रहे।
