रिपोर्ट बबलू सेंगर

Jalaun news today । जालौन नगर के पेट्रोल पंप स्थित श्रीवीर बालाजी हनुमान मंदिर पर आयोजित श्रीदेवी पुराण कथा में कथा व्यास पंडित शिवम नगाइच ने भक्तों को बताया कि मानव हृदय ही संसार सागर है। मनुष्य के अच्छे और बुरे विचार ही देवता और दानव के द्वारा किया जाने वाला मंथन है। अब इस मंथन से आपको क्या प्राप्त करना है, यह आप पर निर्भर है।
कथा व्यास पंडित शिवम नगाइच ने कहा कि जिसके अंदर का दानव जीत गया उसका जीवन दुखी, परेशान और कष्ट कठिनाइयों से भरा होगा और जिसके अंदर का देवता जीत गया। उसका जीवन सुखी, संतुष्ट और भगवत प्रेम से भरा हुआ होगा। इसलिए हमेशा अपने विचारों पर पैनी नऽार रखते हुए बुरे विचारों को अच्छे विचारों से जीतते हुए मानव जीवन को सुखमय एवं आनंदमय बनाना चाहिए। तीसरे दिन की कथा का वर्णन करते हुए बताया कि जब महिषासुर ने तीनों लोकों में आतंक मचाना शुरू कर दिया। वह स्वर्ग लोक में इंद्रदेव को हराकर अपना अधिपत्य जमाना चाहता था। इसलिए वह स्वर्ग लोक पर राज करने की इच्छा पूरी करने के लिए युद्ध कर रहा था। तब सभी देवताओं ने ब्रह्मा, विष्णु और महेश तीनों से सहायता मांगी। देवताओं की बात को सुनने के बाद तीनों को बहुत क्रोध आया। क्रोध के कारण तीनों के मुख से एक विकराल ऊर्जा उत्पन्न हुई, उससे एक देवी का प्रादुर्भाव हुआ। देवी को भगवान शंकर ने अपना त्रिशूल, भगवान विष्णु ने अपना चक्र, इंद्र ने अपना घंटा, सूर्य ने अपना तेज, तलवार और सिंह प्रदान किया। इसी प्रकार अन्य सभी देवताओं ने भी माता को अपने-अपने अस्त्र सौंप दिए। इसके बाद मां चंद्रघंटा महिषासुर का वध करने पहुंची। महिषासुर का वध करने के लिए देवताओं ने मां का धन्यवाद दिया। इसके बाद देवताओं को महिषासुर के आतंक से मुक्ति मिली। इस मौके पर मंदिर के पुजारी कमलेश महाराज, राजू विश्नोई, अनुरुद्ध, लवकुश, शैलेन्द्र, सुरजीत, मनीष, नवीन, विनीत, संगीता, गीतांजली, ममता, रंजना, आशा, रेखा आदि मौजूद रहे।
