मदर्स डे : बेटियों ने माँ को लेकर कही यह बात,,

रिपोर्ट बबलू सेंगर

Jalaun news today । मां को सम्मान देने के लिए दुनिया भर में मई माह के दूसरे रविवार को मदर्स डे मनाया गया। अमेरिकी प्रेसीडेंट वुड्रो बुल्सन ने वर्ष 1914 में मई के दूसरे रविवार को मदर्स डे मनाए जाने की घोषणा की थी। तभी से मां को सम्मान देने के लिए दुनिया भर में मई माह के दूसरे रविवार को मदर्स डे यानी मातृ दिवस मनाया जाता है। मां के प्रति अपना प्यार प्रदर्शित करते हुए बेटियों की प्रतिक्रियाएं व्यक्त की हैं-


मदर्स डे को सेलिब्रेट करते हुए वागीशा सिंह सेंगर कहती हैं कि मां हर एक जीवन में खास अहमियत रखती है। यह सिर्फ एक रिश्ता ही नहीं बल्कि जीवन का पूरा सूत्र है। इस एक शब्द में कर्तव्य, जिम्मेदारियों और संघर्ष की लंबी श्रृंखला शामिल है। मां शब्द ही अपने आप में संपूर्ण है। इसी प्रकार मां भी अपने आप में संपूर्ण सृष्टि है। इसलिए मदर्स डे पर मां को एक सैल्यूट तो बनता ही है।
मदर्स डे पर आयशा सिद्दीकी कहती हैं कि मां ही है जो बच्चों के चेहरे को देखकर उनकी समस्या का पता लगा लेती है। मां दुनिया की बेस्ट टीचर होती है। दुनिया का कोई ज्ञान जो कोई और नहीं दे सकता उसे मां बचपन से ही अपने बच्चों को सिखा देती है। सेवा और संस्कार के भाव भी बच्चों में मां से ही आते हैं। ऐसे में मां के जज्बे को सलाम कहना ही होगा। आई लव यू मॉम।
मदर्स डे पर माहम इरफान कहती हैं कि मां और बच्चे का रिश्ता दुनिया में सबसे अहम और अनमोल होता है। मां से रिश्ता होने के बाद ही एक बच्चा बड़ा होने तक अपने जीवन में कई और रिश्तों को अपना सकता है। मां की ममता और प्यार हर इंसान के लिए बहुत जरूरी होती है। मेरी मां ने बचपन से ही मेरी हर खुशी मे साथ दिया है। इसलिए मैं उन्हें कहती हूं लव यू मॉम।


मदर्स डे पर सान्या यादव बताती हैं कि मां ही सृष्टि की जननी है। मां को सलाम तो बनता ही है जो बिना किसी लोभ, लालच के अपने जीवन में संघर्ष करते हुए घर और बाहर के जीवन में अपना संतुलन साध रही है। मां के इस समर्पण का कोई मूल्य नहीं। हम सबकी जिम्मेदारी बनती है कि मदर्स डे सिर्फ उनके साथ फोटो खिंचाने तक सीमित न रहे। बल्कि पूरा साल उन्हें हम प्यार करें।

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