Jalaun news today । जालौन क्षेत्र में लगभग चार वर्ष पूर्व जिलाधिकारी द्वारा राजस्व गांवों में खेल का मैदान विकसित कर खेल गतिविधियां शुरू कराने के आदेश के बाद भी अब तक राजस्व ग्राम कुठौंदा बुजुर्ग में खेल का मैदान विकसित नहीं किया गया है। जिससे चलते युवाओं को लाभ नहीं मिल पा रहा है। ग्रामीण ने उपायुक्त मनरेगा को शिकायती पत्र भेजकर खेल के मैदान का समतलीकरण कराने की मांग की है।
ब्लॉक क्षेत्र के ग्राम कुठौंदा बुजुर्ग निवासी गजेंद्र सिंह सेंगर ने उपायुक्त मनरेगा को शिकायती पत्र भेजकर लिखा जनवरी 2020 में जिलाधिकारी ने राजस्व गांवों में खेल का मैदान विकसित कर खेल गतिविधियां शुरू कराने का आदेश दिया था। इस आदेश के बाद भी गांव में अब तक खेल गतिविधियां शुरू नहीं हो सकी हैं। हालांकि मंगल दल के गठन के साथ ही खेल सामग्री भी उपलब्ध करा दी गई थी और खेल के मैदान को भी चिन्हित कर लिया गया था। लेकिन अब तक खेल के मैदान को खिलाड़ियों के खेलने के रूप में विकसित नहीं किया जा सका है। यहां तक कि खेल के मैदान का समतलीकरण तक नहीं किया जा सका है। जिससे गंाव के युवा खेल गतिविधियों को अंजाम नहीं दे पा रहे हैं। जबकि गांव में कई युवा ऐसे हैं जो विभिन्न खेलों के माध्यम से अपनी प्रतिभा दर्शा सकते हैं। उन्होंने मैदान का समतलीकरण, बाउंड्रीवाल निर्माण अथवा तार फेसिंग एवं मैदान के बाद गेट का निर्माण कराने की मांग मनरेगा उपायुक्त से की है।