जालौन नगर के इस मंदिर में चल भागवत कथा में कथाचार्य ने सुनाई ये कथा,,,

रिपोर्ट बबलू सेंगर

Jalaun news today । जालौन नगर के महंत नृत्यगोपाल दासजी महाराज के सानिध्य में संचालित श्रीनाना महाराज मंदिर में साप्ताहिक श्रीमद्भागवत कथा ज्ञान यज्ञ चल रहा है। आयोजित श्रीमद्भागवत कथा के छठे दिन कथावक्ता पंडित अवधेश शास्त्री ने भगवान की अनेक लीलाओं में श्रेष्ठतम लीला रासलीला का वर्णन किया।
श्रीनाना महाराज मंदिर में आयोजित श्रीमद्भागवत कथा के छठे दिन कथा व्यास पडित अवधेश शास्त्री ने कहा कि रास तो जीव के शिव के मिलन की कथा है। यह काम को बढ़ाने की नहीं काम पर विजय प्राप्त करने की कथा है। इस कथा में कामदेव ने भगवान पर खुले मैदान में अपने पूर्व सामर्थ्य के साथ आक्रमण किया है लेकिन वह भगवान को पराजित नही कर पाया और उसे ही परास्त होना पड़ा। रासलीला में जीव का शंका करना या काम को देखना ही पाप है। कहा कि जब जब जीव में अभिमान आता है भगवान उनसे दूर हो जाता है। लेकिन जब कोई भगवान को न पाकर विरह में होता है तो श्रीकृष्ण उस पर अनुग्रह करते हैं और उसे दर्शन देते हैं। बताया कि यदि जीव अपने धन अर्थात लक्ष्मी को भगवान के काम में लगाए तो ठीक नहीं तो फिर वह धन चोरी द्वारा, बीमारी द्वारा या अन्य मार्ग से हरण हो ही जाता है। धन को परमार्थ में लगाना चाहिए। जब कोई लक्ष्मी नारायण को पूजता है या उनकी सेवा करता है तो उन्हें भगवान की कृपा स्वतः ही प्राप्त हो जाती है। इस मौके पर महंत विजय रामदासजी महाराज, परीक्षित गोपालजी गुप्ता, आशीष सोनी, बीनू गुप्ता, राधेश्याम पांडे, अवध किशोर त्रिवेदी, चंद्रशेखर, उर्मिला गुप्ता, प्रिया गुप्ता, किरन गुप्ता, डॉ कुसुम लता त्रिवेदी, सुनीता, मंजू गुप्ता आदि मौजूद रहे।

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