जालौन रामलीला में हुआ इस लीला का मंचन,,देर तक जमे रहे दर्शक

रिपोर्ट बबलू सेंगर

Jalaun news today । जालौन के रामलीला भवन में चल रहे 176वें श्रीरामलीला महोत्सव में रामलीला रंगमंच पर मनु शतरूपा व भगवान श्रीराम जन्म लीला का मनोहारी मंचन किया गया।
रामलीला के मंचन में रावण अपने अनुज कुंभकर्ण और विभीषण के साथ ब्रह्म की तपस्या में लीन है, उसकी तपस्या से प्रसन्न होकर ब्रह्मा उन्हें वरदान देते हैं जिसमें रावण अजेयता और विभीषण भगवद्भक्ति का वरदान प्राप्त कर लेते हैं। जबकि वाग्देवी सरस्वती ने कुंभकर्ण की मति भ्रमित कर उसके मुख से इंद्रासन की बजाय निंद्रासन कहलवा दिया, फलस्वरूप मांगे गए वरदान देकर ब्रह्म अंतर्ध्यान हो जाते हैं। फिर बढता है रावण का पापाचार, अधर्म के चारों ओर पैर पसारने से त्रस्त पृथ्वी गोवेश में बैकुंठ जाकर भगवान विष्णु से प्रार्थना करती है कि उसे रावण के पापाचार से अवमुक्त करें। भगवान विष्णु स्वयं राम रूप में और अपने अंशों से भरत, लक्ष्मण और शत्रुघ्न के रूपों में अयोध्या नरेश दशरथ के यहां प्रकट होते हैं। कार्यक्रम में रामजी की भूमिका में संतोष दुबे, लक्ष्मण सत्यव्रत तिवारी, मनु प्रयाग गुरू, शतरूपा तितली रानी, उत्तानपाद गणेश दुबे, वशिष्ठ उमेश दुबे एवं दशरथ की भूमिका में रमेश दुबे रहे। नृत्यकार मनुरानी, साहिल व तितलीरानी ने अपनी नृत्यकला से दर्शकों को मोहित किया। तो हास्य कलाकर बबलू दीवाना ने व्यंग्य के माध्यम से उपस्थित दर्शकों का मनोरंजन किया। अन्य व्यवस्थाओं में पवन चतुर्वेदी व राजकुमार मिझौना ने सहयोग किया।

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