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लोकसभा चुनाव में निर्णायक भूमिका निभा सकते हैं बाहर रह रहे वोटर,,हर प्रत्याशियों की लगी निगाहें,, पढ़िये विशेष

( बबलू सेंगर)

Loksabha election 2024 । जालौन, गरौठा, भोगनीपुर लोकसभा क्षेत्र से जनपद जालौन की तीन विधानसभाएं आती हैं। उरई-जालौन, कालपी व माधौगढ़ इन तीनों विधानसभाओं में तकरीबन 30 से 40 हजार वोटर दूसरे जिलों में या फिर दूसरे प्रदेशों में रहकर अपना जीवन यापन कर रहे है। यदि यह वोटर मतदान तक आ जाते हैं तो चुनाव में निर्णायक भूमिका निभा सकते हैं। इस बार प्रत्याशियों के बीच कांटे टक्कर होने से प्रत्याशियों के समर्थक गांव-गांव जाकर बाहर से वोटरों को बुलाने की बात कर रहे हैं। हाल ही में सैंकड़ों की संख्या में वोटर चार धाम की यात्रा पर भी गए हैं।
घर आ जा परदेशी, तेरा वोट बुलाए रे की तर्ज पर चुनाव की तिथि नजदीक आते ही सभी पार्टियों के प्रत्याशियों को बाहर गए वोटरों की याद सताने लगी है। प्रत्याशियों की निगाहें उन वोटरों पर गई हैं जो या तो दूसरे जिले में या फिर दूसरे राज्य में रहकर अपना जीवन यापन कर रहे हैं। पहले जहां इन वोटरों को गांव में होने वाले ग्राम प्रधान के चुनावों में ही याद किया जाता था। लेकिन इस बार भी प्रत्याशियों में कांटे की टक्कर होने से उन्हें लगाता है कि बाहर गए हुए वोटर उनके चुनाव में निर्णायक भूमिका निभा सकते हैं, इसलिए उन्हें बुलाया जाए। प्रत्याशियों के समर्थक बाहर गए वोटरों को बुलवाए जाने की बात कह रहे हैं। जबकि रोजी रोटी की जुगाड़ में बाहर गए लोगों को अगर चिंता होती है तो सिर्फ दो वक्त की रोटी और परिवार के पालन पोषण की जिम्मेदारी की। उरई-जालौन, कालपी व माधौगढ़ इन तीनों विधानसभाओं 30 से 40 हाजार ऐसे मतदाता हैं जो बाहर रहकर कोई छोटा-बड़ा निजी धंधा डालकर जीवन यापन कर रहे हैं या प्राइवेट कंपनियों में काम कर रहे हैं। इसके अलावा सैंकड़ों की संख्या में वोटर हाल ही में चार धाम की यात्रा पर भी गए हैं। इस बार लोकसभा चुनाव रोमांचक होने से एक एक वोट पर का गुणा भाग किया जा रहा है। शायद इसीलिए प्रत्याशी और उनके समर्थकों को बाहर रह रहे वोटरों की याद सताने लगी है।

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