(रिपोर्ट – बबलू सेंगर)
Jalaun। नमामि गंगे योजना के अंतर्गत गांव में बिछाई गई पाइप लाइन के खोदे गए गड्ढों को भरने के कार्य में मानक के अनुसार कार्य न किए जाने की शिकायत ग्रामीण ने डीएम को शिकायती पत्र भेजकर की है।
विकास खंड के ग्राम कुठौंदा बुजुर्ग में नमामि गंगे योजना के अंतर्गत पाइप लाइन बिछाने के लिए गड्ढे तो खोद दिए गए थे। लेकिन उन गड्ढों को भरने का काम भी संबंधित कंपनी को किया जाना था। लेकिन दो वर्ष तक गड्ढों को न भरे जाने से ग्रामीण परेशान थे। जिसकी शिकायत ग्रामीण गजेंद्र सिंह सेंगर ने आईजीआरएस पोर्टल पर की थी। जिसका संज्ञान लेते हुए दो माह पूर्व एडीएम नमामि गंगे व अधिशासी अभियंता जलनिगम ने गांव में कंट्रेक्टिग एजेंसी बीजीसीसी द्वारा कराए जा रहे कार्यों का निरीक्षण किया था। जिसमें एडीएम नमामि गंगे ने कांट्रेक्टिंग एजेंसी के आजाद चोपड़ा को सख्त निर्देश देते हुए कहा था कि रोडरेस्टोरेशन के कार्य को मानक व गुणवत्तापूर्ण किया जाए। साथ ही उन्होंने कांट्रेक्टिंग एजेंसी अधिशासी अभियंता जलनिगम को निर्देशित किया था कि कार्य गुणवत्तापूर्ण न होने पर फर्म को भुगतान न किया जाए। ग्रामीण गजेंद्र सिंह सेंगर ने डीएम को शिकायती पत्र भेजकर लिखा कि एडीएम नमामि गंगे के निर्देश पर कंपनी ने कार्य शुरू तो कर दिया है लेकिन कार्य गुणवत्तापूर्ण नहीं किया रहा है। जो गड्ढे मिटटी से भर गए थे। उनकी पूरी खुदाई नहीं की जा रही है। थोड़ी खुदाई के बाद ही उसमें सीमेंट बालू का मसाला भरा जा रहा है। सीमेंट और बालू का अनुपाल भी सही नहीं है। उन्होंने डीएम से कार्य को गुणत्तापूर्ण तरीके से कराने के लिए संबंधित फर्म को निर्देशित किए जाने की मांग की है।
किसानों ने की इस जगह पर पुलिया बनवाने की मांग
Jalaun news today । महिया कमालपुर मौजा में स्थित नहर पर पुलिया नहीं है। नहर पर पुल ने होने के कारण नहर के दूसरी ओर के किसानों को जाने में दिक्कत होती है। जिसके चलते कृषि कार्य बाधित होते हैं। किसानों ने एसडीएम से पुलिया बनवाने की मांग की है।
राजीव कुमार बाबई, अखिलेश महिया कमालपुर, राजेंद्र, वीरेंद्र आदि ने एसडीएम को शिकायती पत्र देकर बताया कि महिया कमालपुर मौजा में स्थित खेतों तक पहुंचने के लिए नहर से होकर जाना पड़ता है। नहर के दूसरी ओर जिन किसानों के खेत हैं उन्हें नहर पर पुलिया न होने से खेत तक पहुंचने में दिक्कत होती है। या तो उन्हें तीन चार किमी का चक्कर लगाना पड़ता है अथवा सर्दी के मौसम में पानी से होकर निकलना पड़ता है। इससे बीमार होने का भी खतरा बना रहता है। इसके अलावा पुलिया न होने के कारण कृषि यंत्रों को खेत तक ले जाने में भी दिक्कत होती है। किसान ने एसडीएम से नहर पर पुलिया बनवाने की मांग की है।