रिपोर्ट बबलू सेंगर
Jalaun news today ।जालौन के क्षेत्रीय ग्राम उदोतपुरा स्थित प्राचीन बड़ी माता मंदिर परिसर में आयोजित भागवत कथा महोत्सव के छठवें दिन श्रद्धा और भक्ति का सुंदर संगम देखने को मिला। इस अवसर पर कथा व्यास पंडित नितेश तिवारी ने श्रद्धालुओं को श्रीमद्भागवत महापुराण की अमृतमयी कथा सुनाई।
कथा के दौरान उन्होंने गोवर्धन पूजा और रासलीला का अत्यंत भावपूर्ण वर्णन किया। उन्होंने कहा कि श्रकृष्ण परमात्मा के पूर्ण अवतार हैं, जिन्होंने मानव कल्याण के लिए अनेक लीलाएं कीं। कहा कि गोवर्धन पूजा भगवान श्रीकृष्ण द्वारा इंद्र के अभिमान को चूर्ण कर पृथ्वीवासियों को उनके प्रकोप से बचाने की लीला है। श्रीकृष्ण ने गोवर्धन पर्वत को अपनी छोटी अंगुली पर उठाकर गोकुलवासियों को सात दिन तक निरंतर वर्षा से बचाया, जिससे सभी ने गोवर्धन की पूजा प्रारंभ की। रासलीला श्रीकृष्ण और ब्रज की गोपियों के मध्य प्रेम, भक्ति और आत्म समर्पण की दिव्य अभिव्यक्ति है। चंद्रमा की रोशनी में यमुना किनारे वृंदावन में श्रीकृष्ण ने गोपियों संग रास रचाया, जो भक्ति मार्ग की चरम अवस्था का प्रतीक है। बताया कि भागवत कथा केवल श्रवण की वस्तु नहीं, बल्कि जीवन को सत्य मार्ग की ओर मोड़ने वाला प्रेरणास्रोत है। कथा के माध्यम से हमें यह शिक्षा मिलती है कि सच्चा सुख केवल प्रभु भक्ति में ही है। कथा सुनते हुए श्रद्धालु भक्ति भाव में डूबे नजर आए और कई बार भाव-विभोर होकर जयकारों से वातावरण को गूंजायमान कर दिया। इस मौके पर विजय सिंह, जगदेव सिंह, प्रहलाद सिंह, इंद्रपाल सिंह, जालिम सिंह, सुखराम सिंह, मंगल सिंह, कमलेश हथेरी, भोगीराम, गंगासिंह, बलराम सिंह, धीरज सिंह तोमर आदि मौजूद रहे।

