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छह साल से बंद विद्यालय को जर्जर भवन बताकर ध्वस्त कराने का आरोप,ग्राम प्रधान ने भेजा जिलाधिकारी को शिकायती पत्र

Accused of demolishing the school which was closed for six years by calling it a dilapidated building, the village head sent a complaint letter to the District Magistrate

(रिपोर्ट -बबलू सेंगर)

Jalaun news today । छह सात सालों से बंद प्राथमिक वि़द्यालय शेरपुरा के भवन को जर्जर बताकर ध्वस्त कर दिया गया। ग्राम प्रधान ने गंभीर आरोप लगाते हुए जिलाधिकारी को शिकायती पत्र भेजा।
ब्लॉक क्षेत्र के मलकपुरा के प्रधान अमित ने बताया कि उनकी ग्राम पंचायत के मजरा शेरपुरा में प्राथमिक वि़द्यालय है। जिसमें एक अध्यापक, शिक्षामित्र समेत रसोइया की तैनाती है। यह विद्यालय पिछले लगभग छह सात सालों से बंद पड़ा है। गांव में एक दर्जन से अधिक बच्चे ऐसे हैं जो विद्यालय में पढ़ सकते हैं। लेकिन विद्यालय में नियमित अध्यापकों के न आने से बच्चे भी विद्यालय में नहीं जाते हैं। इसकी शिकायत वह वर्ष 2022 से लगातार कर रहे। पूर्व में तैनात बीएसए से शिकायत करने पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। जब वर्तमान बीएसए की जनपद में तैनाती हुई तो पांच जुलाई 2023 को उन्हें पुनः शिकायती पत्र दिया गया और विद्यालय के संचालन में हीला हवाली कर रहे अध्यापकों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई। जिस पर बीएसने तत्कालीन जालौन बीईओ को जांच कर आख्या देने के निर्देश दिए। लेकिन लगभग एक माह तक उनके द्वारा भी कोई जांच नहीं की गई। इसी दौरान उनका भी स्थानांतरण हो गया। उनके स्थान पर तैनात की गई बीईओ शैलजा व्यास द्वारा 21 सितंबर 2023 को विद्यालय का निरीक्षण किया गया। जिसमें विद्यालय में चार बच्चों का नामांकन मिला लेकिन मौके पर एक भी बच्चा उपस्थित नहीं मिला। शेरपुरा गांव के कुछ बच्चे मलकपुरा के विद्यालय में पढ़ते हुए मिले। विद्यालय में एमडीएम का खाता भी प्रधानाध्यापक द्वारा प्रधान के साथ संयुक्त रूप से परिवर्तित नहीं कराया गया था। जिसकी जांच आख्या बीएसए को भेजी गई थी। प्रधान ने आरोप लगाया कि जांच आख्या के बाद बीएसए ने शिक्षकों पर कोई कार्रवाई न करते हुए विद्यालय को जर्जर बताकर उसे ध्वस्त करने का फरमान जारी कर दिया। इतना ही नहीं दिसंबर के अंतिम सप्ताह और जनवरी के पहले सप्ताह में विद्यालय को ध्वस्त भी कर दिया गया। इसके संबंध में न तो शिकायतकर्ता व प्रधान को कोई जानकारी नहीं दी गई। प्रधान ने बताया कि इसकी शिकायत उन्होंने जिलाधिकारी को भेजकर जांच की मांग की है। इस संदर्भ में बीईओ शैलजा व्यास ने बताया कि विद्यालय के भवन को जर्जर होने के कारण एवं तकनीकी रिपोर्ट के बाद गिराया गया है। साथ ही ग्राम प्रधान शिकायत पर जांच रिपोर्ट बीएसए को भेजी गई थी।

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