Jalaun news today ।जालौन ब्लॉक क्षेत्र के ग्राम गोकलपुरा में बहुजन विचार संगोष्टी का आयोजन किया गया। जिसमें बाबा भीमराव अंबेडकर के बारे में विचार व्यक्त किए गए।
कार्यक्रम की अध्यक्षता पूर्व प्रधान एडवोकेट श्यामबाबू ने की। मुख्य अतिथि पूर्व मंत्री चैनसुख भारती ने कहा कि बाबा साहब ने इस देश को संविधान दिया है। हमें समय समय पर उन्हें याद करते रहना चाहिए। उनके नेतृत्व में विश्व का सबसे बड़ा संविधान भारतीय संविधान लिखा गया। भारतीय संविधान की विशेषता है समता, स्वतंत्रता, न्याय और बंधुत्व। इसमें सभी के लिए समान रूप से अधिकार दिए गए हैं। पूर्व बुंदेलखंड प्रभारी कीरत दोहरे ने कहा कि डॉ. अंबेडकर ने एशिया महाद्वीप, यूरोप महाद्वीप एवं अमेरिका तीनों महाद्वीपों में शिक्षा ग्रहण की। उन्हें 9 भाषाओं का ज्ञान था। वह भारत के पहले ऐसे विद्वान थे जिन्होंने विदेश में पीएचडी की डिग्री हासिल की थी।
मंडल कॉर्डिनेटर बृजेश जाटव ने कहा कि उनके विचारों को विदेशों में भी महत्ता थी। इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि भारत ही नहीं बल्कि विदेशों में भी उनके स्मारक अथवा प्रतिमा स्थापित की गई हैं। इस दौरान लोगों को बाबा साहब का जन्मोत्सव धूमधाम से मनाने के लिए प्रेरित किया गया। कार्यक्रम का संचालन देवेंद्र सिंह व जयराम भारती ने किया। इस मौके पर वीरपाल, बबलू चौधरी, धीरेंद्र चौधरी, उरई पालिकाध्यक्ष प्रतिनिधि विजय चौधरी, सदस्य जिला पंचायत रामेंद्र त्रिपाठी, रविकांत जाटव, आशीष कुदरा, महेंद्र प्रधान, अजित प्रधान, महेंद्र दोहरे, अविनाश सेंगर, सुरेश गौतम, रामवतार गौतम, रामकुमार, रमाकांत दोहरे, सुधाकर राव, पुनीत भारती आदि मौजूद रहे।