
Jalaun news today । हर आंख हुई नम जब एक साथ उठी बुजुर्ग दम्पत्ति की अर्थी। जालौन नगर में एक दंपती ने साथ जीने-मरने का वादा निभाया पत्नी के मौत के कुछ घंटे बाद ही वृद्ध ने भी दम तोड़ दिया। साथ-साथ रहने वाले दंपती अंतिम संस्कार भी एक साथ ही हुआ। घटना की चर्चा जैसी ही क्षेत्र में फैली लोगों ने मृतक दंपत्ति के घर पहुंचकर परिजनों को सांत्वना दी।
कोतवाली क्षेत्र के मोहल्ला हिरदेशाह निवासी पार्वती प्रजापति (65) व मगन प्रजापति (70) करीब शादी के बाद करीब 45 वर्ष तक एक साथ रहे। दोनों ने साथ जीने मरने का वादा किया था और इस वादे को अंतिम समय तक निभाया। पिछले कुछ समय से पार्वती बीमार चली रही थी। सोमवार की रात को उनका देहांत हो गया। मंगलवार सुबह जब पति मगन प्रजापति चाय लेकर उनके पास पहुंचे तो देखा कि वह बिस्तर पर मृत अवस्था में है। उनकी मृत्यु से पति मगन सदमे में आ गए। उधर, परिजन उनके अंतिम संस्कार की तैयारी करने लगे। हिंदू रीति रिवाज के अनुसार पति के जीवित रहते पत्नी की मृत्यु होने पर उसे सोलह श्रृंगार से सजाने की परंपरा है। इसी परंपरा के अनुसार जब पति मगन अंतिम बार उनकी मांग में सिंदूर भरने लगे तो अचानक से उनकी भी हालत खराब हो गई और कुछ ही देर में उनकी भी मौत हो गई। बाद में पति और पत्नी का एक ही साथ अंतिम संस्कार किया गया। बड़े पुत्र अनूप कुमार प्रजापति ने उन्हें मुखाग्नि दी।

मृतक के बड़े बेटे अशोक कुमार ने बताया कि अस्वस्थ होने से मां की मृत्यु हो गई थी। इसके कुछ घंटे बाद ही पिताजी का भी देहांत हो गया। माता और पिता दोनों का ही एक साथ अंतिम संस्कार करना पड़ा। छोटे बेटे अरूण प्रजापति ने बताया कि माता-पिता के बीच अटूट प्रेम था। मां की बीमारी के समय भी पिता उनका पूरा ध्यान रखते थे। वृद्धावस्था में होते हुए भी पिताजी मां को समय पर भोजन, नाश्ता, दवाई देते थे। दोनों ने वैवाहिक जीवन के लगभग 45 वर्ष साथ बिताए और एक साथ दुनिया को अलविदा कह गए। एक साथ पति और पत्नी की मौत होने की खबर नगर के लोगों को हुई तो उन्होंने मृतक दंपत्ति के घर जाकर परिजनों को सांत्वना दी।
